उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के मोहनलालगंज में हुए गैंगरेप और हत्या के मामले की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट पर मृत महिला के परिजनों ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं. रिपोर्ट में मृत महिला की दो किडनी का जिक्र है, जबकि महिला के पिता का दावा है कि उनकी बेटी ने साल 2011 में ही अपने पति को एक किडनी डोनेट कर दी थी.
मृत महिला के पिता का आरोप है कि सरकार और पुलिस इस केस को दबाकर किसी व्यक्ति विशेष को बचाना चाहती है. उन्होंने कहा, 'मेरे पास किडनी डोनेट करने का प्रमाण भी है, जो महिला के एक किडनी दान देने का साक्ष्य प्रस्तुत करता है.'
इसके अलावा मृत महिला की सास ने कहा, 'साल 2000 में अपने बेटे की जान बचाने के लिए किडनी दान दी थी, जो दस साल चली और फिर फेल हो गई.' इसके बाद बहू ने किडनी दी, तब जाकर बेटे की जान बची, लेकिन डेढ़ महीने बाद ही बेटे की मौत हो गई.'
मृत महिला के ससुर ने चेतावनी दी है कि अगर मामले की सीबीआई जांच नहीं होती है, तो वे बहू के ब्रह्मभोज बीतने के बाद पूरे परिवार समेत आत्मदाह कर लेंगे.
उन्होंने कहा, 'पोस्टमार्टम रिपोर्ट गलत है मेरी बेटी मार्च 2011 में किडनी डोनेट कर चुकी है, तो एक ही किडनी होनी चाहिए. ये रिपोर्ट गलत है. सरकार मामले की लीपापोती कर किसी को बचाना चाहती है. हमारी मांग है कि मामले की जांच सीबीआई से हो और मामला प्रकाश में आए कि मेरी बेटी ने किडनी दान की है.'
उन्होंने कहा, 'अभी तो हम क्रिया कर्म में लगे है, लेकिन जिस दिन ये निबट जाएगा, उसके बाद पूरे परिवार सहित मैं इस चौराहे पर आत्मदाह कर लूंगा. मेरे पास खोने के लिए कुछ नहीं है. हम चाहते हैं कि इस मामले की जांच सीबीआई से हो, हमको रिपोर्ट पर भरोसा नहीं है.'