यूपी में AIMIM को बड़ा झटका लगा है. विधानसभा चुनाव में पार्टी के एक मात्र उम्मीदवार शाह आलम (गुड्डू जमाली) जिनकी जमानत बची थी, उन्होंने असदुद्दीन ओवैसी का साथ छोड़ दिया है. गुड्डू जमाली ने फिर से बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) का दामन थाम लिया है.
बता दें कि आजमगढ़ की मुबारकपुर सीट से शाह आलम (गुड्डू जमाली) ही एक मात्र उम्मीदवार थे जिन्होंने पार्टी की लाज बचाई थी. यूपी की 403 विधानसभा सीटों में असदुद्दीन ओवैसी ने 100 से ज्यादा प्रत्याशी उतारे थे, सिर्फ गुड्डू जमाली ही अपनी जमानत बचा पाए थे.
गुड्डू जमाली चौथे नंबर पर रहे थे और उन्हें 36419 वोट मिले. इस सीट से समाजवादी पार्टी के अखिलेश ने परचम लहराया, जबकि बहुजन समाज पार्टी दूसरे और बीजेपी को तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा था. बता दें कि आजमगढ़ की सभी 10 सीटों पर समाजवादी पार्टी ने कब्जा जमाया है.
मायावती ने लखनऊ में बुलाई बैठक
इधर, यूपी चुनाव में करारी हार पर मंथन के लिए बसपा सुप्रीमो मायावती ने लखनऊ में आज (27 मार्च) बैठक बुलाई है. बताया जा रहा है कि इस बैठक में मायावती कुछ बड़े फैसले कर सकती हैं.
गौरतलब है कि प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों में से सिर्फ एक सीट पर ही बीएसपी जीत दर्जकर पाई है. इस शर्मनाक प्रदर्शन के बाद कहा जा रहा है कि बीएसपी के वोटबैंक का एक बड़ा हिस्सा भाजपा और अन्य पार्टियों में शिफ्ट हो चुका है.