लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) में एक युवती के आंत को काट कर जननांग बनाया. इसके बाद अब युवती अपने पति के साथ अपना भविष्य जी पाएगी क्योंकि उसकी शादी के 6 महीने बचे थे और डर था कि वह अपने पति के साथ रह पाएगी या नहीं. इस ऑपरेशन को फेमिनाइजिंग जेनिटो प्लास्टिक कहते हैं.
जानकारी के मुताबिक, हरदोई की रहने वाली 20 साल की युवती का जननांग नहीं था और शादी तय हो गई थी. अब ऐसे में घर वालों को लग रहा था कि पति साथ रखेगा या नहीं. परिवार भी परेशानी से गुजर रहा था और इस बात को लेकर केजीएमयू के यूरोलॉजी विभाग में बातचीत की गई और बताया गया कि जन्म से महिला ही है लेकिन बच्चेदानी और अन्य आंतरिक अंग नहीं है. साथ ही पीरियड भी नहीं आता है.
आंत से 10 सेंटीमीटर का टुकड़ा निकालकर बनाया गया जननांग
केजीएमयू की यूरोलॉजी विभाग की टीम ने महिला की काउंसलिंग की और फैसला लिया कि ऑपरेशन किया जाएगा, जिसके बाद उसकी आंत से 10 सेंटीमीटर का टुकड़ा निकाला गया और उसे जननांग बना दिया गया. तकरीबन 8 घंटे तक इस ऑपरेशन को किया गया, जिसको सिगमॉड वेजाइनोप्लास्टी कहते हैं. हालांकि डॉक्टरों के मुताबिक, वह अभी बच्चे को जन्म नहीं दे पाएगी लेकिन पत्नी के रूप में पति के साथ रह पाएगी.
पहले भी किया जा चुका है सफल ऑपरेशन
इसी तरह का एक केस पहले भी सामने आ चुका है, जिसमें 16 साल का एक मरीज अनुवांशिक रूप से पुरुष था, लेकिन महिला के रूप में रह रहा था. उसने महिला बनने की इच्छा जताई हालांकि उसके जननांग के नाम पर 2 सेंटीमीटर की गांठ मिली और अंडकोष के बजाय जांघ के आसपास छोटे-छोटे गोनेडस थे.
जबकि पुरुष होने के बावजूद भी महिला का जननांग पाया गया और छोटी बच्चेदानी भी मिली. केजीएमयू के डॉक्टर ने इस सर्जरी में भी उभरे हुए मांस के लौटने को काटकर प्लास्टिक सर्जरी की और पेशाब का रास्ता अलग कर पूरी तरीके से महिला का जननांग बना दिया. वह भी युवती बनकर पति के साथ तो रह लेगी लेकिन बच्चे पैदा नहीं होंगे.