उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के होटल लेवाना में हुए अग्निकांड और 4 लोगों की मौत के बाद एक बार फिर लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) ने होटलों पर कार्रवाई करना शुरू किया है. शुक्रवार को लखनऊ विकास प्राधिकरण ने नाका के होटल SSJ के निर्माण कार्य को रोकते हुए उसे सील कर दिया है. इसके साथ ही कई होटलों की जांच की जा रही है.
जून 2018 में लखनऊ के दो होटलों विराट और SSJ में आग लगी थी, जिसमें 7 लोगों की मौत हुई थी. अग्निकांड के चलते क्षतिग्रस्त दोनों होटल गिरा दिए गए थे, लेकिन एसएसजे होटल एक बार फिर खड़ा हो गया है, जिस पर कार्रवाई करते हुए एलडीए ने शुक्रवार को नोटिस चस्पा किया और होटल को सील कर दिया है.
होटल सीलिंग की कार्रवाई पर लखनऊ होटल नाका होटल एसोसिएशन के उपाध्यक्ष संतोष चतुर्वेदी का साफ कहना है कि निर्माण तो एलडीए से नक्शा पास होने के बाद हुआ था, जब नक्शा पास करवाया जा रहा था, तब एलडीए ने आपत्ति क्यों नहीं की, क्यों नक्शा पास किया गया? इस कार्रवाई से होटल एसोसिएशन में नाराजगी है.
नाका होटल एसोसिएशन के उपाध्यक्ष ने आरोप लगाते हुए कहा कि लखनऊ विकास प्राधिकरण ने परेशान करने के लिए होटल सीलिंग की कार्रवाई की है.
वहीं, लखनऊ विकास प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है कि एसएसजे होटल का निर्माण रिहायशी इलाके में किया जा रहा था, इस वजह से हम इसे सील कर रहे हैं.
पिछले दिनों ही लखनऊ के लेवाना होटल में लगी आग में 4 लोगों की मौत हो गई थी. शुरुआती जांच में यह बात सामने आई थी कि होटल में आग लगने को लेकर सुरक्षा इंतजाम नाकाफी थे. इसके अलावा गलत तरीके से होटल का संचालन किया जा रहा था. बड़ी बात ये भी है कि हजरतगंज में 6400 वर्ग मीटर एरिया में होटल लेवाना बनाया गया है.
इसके निर्माण से पहले मालिकों ने लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) में शपथ पत्र देकर कहा था कि इस भूखंड पर आवासीय निर्माण होगा. यानी कोई कॉमर्शियल यूज नहीं किया जाएगा. लेकिन मालिकों ने रेजीडेंशियल यूज का शपथ पत्र देकर होटल लेवाना खड़ा कर दिया.