लखनऊ में लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) की अलग-अलग योजनाओं में फर्जीवाड़ा सामने आया है. एलडीए की करोड़ों की संपत्तियों के दस्तावेजों में हेरफेर करके गड़बड़ियां की गई हैं. इस मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं. DM और वीसी LDA अभिषेक प्रकाश ने जांच आदेश दे दिए हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक एलडीए की करीब 50 संपत्तियों में फर्जीवाड़ा सामने आया है. अब तक जो जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक LDA की करीब 25 हजार फाइलें गायब होने की आशंका है. जांच के लिए साइबर टीम को लगाया गया है. LDA ने स्कैनिंग के लिए फाइलें भेजी थीं जिसमें से 25000 फाइलों के गायब होने की आशंका है.
माना जा रहा है कि फर्जी समायोजन के सबूत को गायब कर दिया गया है. स्कैनिंग कंपनी का दावा है कि उन्हें 1.22 लाख फाइलें मिली हैं जबकि LDA अफसरों का कहना है कि उन्होंने 1.45 लाख फाइलें भेजी थीं.
अभी तक अफसरों को ये जानकारी नहीं हो पाई है कि कौन सी फाइल गायब हुई है. इस जानकारी के सामने आने के बाद एलडीए में हड़कंप मचा हुआ है. सारी गायब फाइलों की पहचान की जा रही है कि आखिर किस योजना की कौन सी फाइल गायब हुई है. जांच के बाद फाइलों को गायब करने का मामला बड़ा हो सकता है.
सबसे बड़ा सवाल ये है कि ये फाइलें किसने गायब की हैं और इसके पीछे का मकसद क्या है. इस घटना से एलडीए की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लग गया है. पूरे मामले की जांच के लिए चार सदस्यीय टीम बनाई गई है. संयुक्त सचिव ऋतु सुहास की अध्यक्षता में इस पूरे मामले की जांच की गई है. जांच के लिए साइबर एक्सपर्ट सदस्य को भी टीम में शामिल किया गया है.