कोरोना एक बार फिर डराने लगा है. न सिर्फ डरा रहा है, बल्कि रुला भी रहा है. पहली लहर की तुलना में इस बार कोरोना ज्यादा तेजी से फैल रहा है. इससे मरने वालों की संख्या भी अब बढ़ने लगी है. हालात ये बन गए हैं कि शवों के अंतिम संस्कार करने के लिए जगह भी कम पड़ने लगी हैं. इसे देखते हुए उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अब नगर निगम भी हरकत में आ गया है.
लखनऊ नगर निगम ने नए शवदाह प्लेटफॉर्म बनाने के आदेश जारी कर दिए हैं. लखनऊ नगर निगम की तरफ से मिली जानकारी के मुताबिक, शनिवार यानी 10 अप्रैल को 20 शवदाह प्लेटफॉर्म का निर्माण करा दिया गया था. इसके अलावा भैसाकुंड घाट पर ज्यादा लोड को देखते हुए रविवार को 50 अतिरिक्त शवदाह प्लेटफॉर्म बनाने का काम शुरू कर दिया गया है. ये प्लेटफॉर्म सोमवार से आने वाले शवों के शवदाह के लिए तैयार रहेंगे. इसी के साथ गुलालाघाट पर भी शवदाह की क्षमता बढ़ाते हुए 20 नए प्लेटफार्म के निर्माण का आदेश जारी किया गया है.
कोरोना संक्रमित शवों के अंतिम संस्कार में लगे कर्मचारियों को भी कठिनाई आ रही थी. ये कर्मचारी ही शवों को चिता तक ले जाते हैं और उनका अंतिम संस्कार करते हैं. लेकिन कोरोना के डर की वजह से कर्मचारी अब ये काम नहीं कर रहे हैं. इसके लिए भैसाकुंड पर 100 नए कर्मचारियों को तैनात किया गया है. ये कर्मचारी 50-50 की दो पालियों में काम करेंगे.
नगर निगम के मुताबिक रात में ही चिता तैयार कर दी जाएंगी ताकि अगले दिन सुबह शवों के दाह संस्कार तुरंत किए जा सकें. इसके अलावा साफ-सफाई के लिए भी अतिरिक्त कर्मचारी तैनात कर दिए गए हैं. पेयजल के लिए वॉटर कूलर उपलब्ध कराया जा रहा है.