उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 80 वर्षीय मालकिन को मार डालने वाले पिटबुल के बिहेवियर को नगर निगम की टीम मॉनिटर कर रही है. पिछले दिनों ही सुशीला नाम की बुजुर्ग महिला पर हमला करने वाले पिटबुल को नगर निगम टीम ने अपने कब्जे में ले लिया था और उसे एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर में एक अलग कमरे में रखा गया है.
नगर निगम की टीम पिटबुल डॉग बिहेवियर का एनालिसिस कर रही है. पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि किस तरीके से पिटबुल इतना खूंखार हो गया था? पशु चिकित्सा अधिकारी अभिनव वर्मा ने कहा, पिटबुल को सुबह-दोपहर-शाम तीन टाइम खाना दिया जाता है, डॉक्टर की टीम उसको खाना देने जाती है और उसका टेंप्रेचर मापा जाता है.
पशु चिकित्सा अधिकारी अभिनव वर्मा ने कहा, 'जब पिटबुल को एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर लाया गया था, तब उसका टेंप्रेचर ज्यादा था. लेकिन अगले दिन टेंप्रेचर नॉर्मल हो गया, उसने खाने में चिकन खाया क्योंकि वह नॉर्मल खाना नहीं खा रहा था. उसे दाल-चावल देने की कोशिश की गई थी लेकिन वह उसे नहीं खा रहा था.'
पशु चिकित्सा अधिकारी अभिनव वर्मा ने बताया कि पिटबुल पहले दिन बहुत-बहुत भौंक रहा था, लेकिन उसके बाद उसने नॉर्मल बार्किंग शुरू कर दी. अभी हम 14 दिन तक उसको अपने सेंटर पर रखेंगे और उसके बिहेवियर की जांच करेंगे कि आखिर चेंजेज कहां पर आए. इसके बाद ही पिटबुल को लेकर कोई फैसला किया जाएगा.
पिटबुल को स्पेशल केज में रखा गया है. उसके स्वभाव पर रिसर्च करने के लिए चार लोगों के पैनल का गठन किया गया है, जो यह पता लगाने की कोशिश करेगा कि आखिर पिटबुल ने अपनी मालकिन को क्यों मार डाला. अपनी मालकिन पर हमला कर उनकी जान ले लेने वाले पिटबुल को पिंजरे में कैद रखा गया है, जिसके चलते वह काफी असहज दिखा.
मालकिन पर जानलेवा हमला करने के बाद अब वह पिंजरे में बंद है. मालिक अमित त्रिपाठी उसके साथ नहीं हैं. एसी रूम में रहने वाले पिटबुल को नॉर्मल रूम में रखा गया है. पिटबुल के खाने का समय हुआ तो नगर निगम की ओर से उसे नार्मल डॉग मील दिया गया, जिसमें दूध, बिस्किट और दाल रोटी शामिल थी, लेकिन पिटबुल ने उसे नहीं खाया.
इससे पहले पशु चिकित्सा अधिकारी अभिनव वर्मा ने बताया था कि पिटबुल नॉर्मल डॉग मील नहीं खा रहा है. उसे चिकन की चार लेगपीस दी गई थी, जिसे उसने आराम से खा लिया था. अभी तक उसमें आक्रामकता नहीं देखी गई. शायद मालिक से दूर रहने की वजह से वह एक सामान्य डॉग की तरह ही दिख रहा है.