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लखनऊ: पुलिस ने गौरी के हत्यारों को गितफ्तार किया

हाल ही में लखनऊ के SGPGI इलाकें में लड़की की हत्या करके उसके शरीर को टुकड़ों में कटा हुआ पाया गया था. हत्या के मामले में पुलिस नें दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया है. बताया जाता है कि अपराधी युवकों को पीड़िता के मोबाइल फोन के साथ बरामद किया गया है.

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हाल ही में लखनऊ के SGPGI इलाकें में लड़की की हत्या करके उसके शरीर को टुकड़ों में कटा हुआ पाया गया था. हत्या के मामले में पुलिस नें दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया है. बताया जाता है कि अपराधी युवकों को पीड़िता के मोबाइल फोन के साथ बरामद किया गया है.
 
19 साल की लॉ की छात्रा गौरी श्रीवास्तव अपने घर अमीनाबाद से आने के बाद 1 फरवरी को गायब हो गई थी. पुलिस महानिदेशक अरविंद कुमार जैन के मुताबिक उस लड़की के दोस्त हिमांशु ने ही यह अपराध किया था. हिमांशु प्रजापति (23) और उसके दोस्त अनुज कुमार गौतम को शनिवार में देर रात गिरफ्तार कर लिया गया है.

एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए डीजीपी पुलिस ने कहा कि हिमांशु के पिता एक अस्पताल में सफाई कर्मचारी हैं. पीजीआई पुलिस स्टेशन के तहत गौरी की हत्या से जुड़ी कुछ तस्वीरें और वीडियो क्लिप हिमांशु के मोबाइल से मिली हैं जो 1 फरवरी को गौरी की हत्या के बाद मोबाइल से WhatsApp करके अपने दोस्त अनुज कुमार गौतम को भेजी गई थीं.

हिमांशु जोधपुर राष्ट्रीय विश्वविद्यालय से बीकॉम कर कहा है. उसने खुद पुलिस को बताया कि मैं उसे पसंद करने लगा था. हिमांशु और गौरी आम दोस्त थे. इनकी दोस्ती की शुरूआत एक से डेढ़ साल पहले हुई थी. WhatsApp के जरिये वह नियमित रूप से संपर्क में थे.

पुलिस के मुताबिक हिमांशु ने बताया कि वह 1 फरवरी की दोपहर को अपनी मोटरसाइकिल से गौरी को अपने घर लाया था. दरअसल उसका परिवार मुंबई गया था और वह उस दिन अकेला था. उसने गौरी के मोबाइल में कुछ फोटो और संदेश देखें जो उसने WhatsApp से अपने दूसरे पुरुष मित्रों के साथ शेयर किये थें.

वह गुस्से में आया और अपने हाथों से उसका गला घोंटने की कोशिश करने लगा. जिससे वह बेहोश हो गई. गौरी के परिवार के सदस्यों ने जब फोन किया तो हिमांशु ने फोन उठाया और उन्हें बताया कि वह इको पार्क में है.

पुलिस के पूछने पर हिमांशु ने बताया कि गौरी बीमार होकर गिर गई थी तो वह उसे SGPGI ले जा रहा है. लखनऊ के एसएसपी यश्सवी यादव ने बताया कि हत्यारे ने लड़की के शरीर के चार टुकड़े करके तीन जूट की बोरी में उसके पैर, सिर और हाथ पैक किये जबकि एक बैग में धड़ डालकर SGPGI कलाकें में एक नहर के पास अलग अलग जगहों पर शरीर के अंगों को निपटाने के लिए अपनी बाइक से कई बार चक्कर लगाये.

जांच के बाद खुलासा हुआ कि हत्या करते हुए देखा तो नहीं गया लेकिन कई सबूत ऐसे मिले है जो अपराधी का पता लगाने में सहायक सिद्ध हुए. लड़की का मोबाइल फोन , जैकेट और जूते, फर्श साफ करने के लिए इस्तेमाल किये गये वाइपर सहित कई सबूत हिमांशु के पास से जब्त किये गये हैं. यह मामला डीजीपी राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत दर्ज किया जाएगा.

रविवार को गौरी श्रीवास्तव की हत्या के लिए हिमांशु प्रजापति के परिवार को गिरफ्तार किया गया. हिमांशु के परिवार के सदस्यों का कहना है कि पिछले 4 दिनों से वह उसके साथ हैं और उसके व्यवहार में कुछ भी अलग दिखाई नहीं दिया. उसकी बड़ी बहन का कहना है कि शनिवार को आधी रात के आसपास पुलिस उनके घर आई तो हिमांशु नें ही दरवाजा खोला अगर वह ऐसा कोई काम करता तो वह भागने की कोशिश जरूर करता.

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