लखनऊ में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी के खिलाफ हुए हिंसक प्रदर्शनों में सरकारी संपत्ति को हुए नुकसान को लेकर रिकवरी के लिए जिला प्रशासन ने कुर्की की कार्रवाई शुरू कर दी है.
कुर्की की कार्रवाई में मंगलवार को दो लोगों की संपत्ति को कुर्क किया गया. हालांकि संपत्ति कुर्की करने से पहले जिला प्रशासन ने बाकीदार को नोटिस देकर बकाया धनराशि चुकाने का समय दिया था. लेकिन बकाया राशि न चुकाए जाने के बाद जिला प्रशासन ने आरोपियों की प्रॉपर्टी सील कर दी.
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जानकारी के मुताबिक लखनऊ में एनआरसी और सीएए के विरुद्ध हुए हिंसक प्रदर्शन में शामिल धर्मवीर सिंह और माह-ए-नूर चौधरी की प्रॉपर्टी पर कुर्की की कार्रवाई की. जिला अधिकारी ट्रांस गोमती के कोर्ट से रिकवरी सर्टिफिकेट जारी किया. जिसके बाद पक्का पुल के पास एनवाई फैशन सेंटर जोकि धर्मवीर सिंह का था उसको पूरी तरीके से सील कर दिया गया.
इसी तरीके से बाकीदार माह-ए-नूर चौधरी की दुकान भी कुर्की की गई जोकि लखनऊ के बांस मंडी क्षेत्र में मौजूद है. हालांकि जिला प्रशासन की तरफ से पहले बाकीदार धर्मवीर सिंह और माह-ए-नूर चौधरी को धनराशि चुकाने के लिए समय दिया गया था. लेकिन उनके द्वारा बकाया धन राशि नहीं चुकाई गई.
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इसके बाद प्रशासन ने कुर्की की कार्रवाई की. इसमें 21 लाख रुपये का लेनदारी भी मांगी गई है. न देने पर यह कार्रवाई की गई है. हालांकि अभी तक 54 बकायेदार हैं. जिसमें 4 ने कोर्ट की आरसी जारी की है. इसमें 1 करोड़ 55 लाख वसूली होनी है. इस क्रम में 2 लोगों की संपत्ति का अटैच किया गया है. बाकी के खिलाफ कार्रवाई जारी है.