
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ओबीसी और एससी वर्ग के अभ्यर्थी, शिक्षक भर्ती में आरक्षण को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों पर सोमवार को पुलिस ने बल प्रयोग किया, जिसमें भगदड़ मच गई. पुलिस एक्शन में कई अभ्यर्थी गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, जिसे लेकर कांग्रेस (Congress), लगातार भारतीय जनता पार्टी(BJP) पर हमलावर है.
दरअसल लखनऊ (Lucknow) में ओबीसी और एससी वर्ग के असिस्टेंट टीचर अभ्यर्थी पिछले 22 दिन से लगातार प्रदर्शन कर भर्ती प्रक्रिया शुरू कराने की मांग सरकार से कर रहे हैं. सोमवार को एससीईआरटी कार्यालय, निशातगंज में पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे अभ्यार्थियों पर लाठीचार्ज कर दिया. इस दौरान अभ्यर्थियों में भगदड़ मची और कई घायल हो गए. घायल अभ्यर्थियों को इलाज के लिए हजरतगंज सिविल हॉस्पिटल में दाखिल कराया गया है.
घायल अभ्यर्थियों से मिलने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू भी पहुंचे. उन्होंने कहा कि सरकार एससी और ओबीसी वर्ग के अभ्यर्थियों के साथ बर्बरता करने की दोषी है. चुनाव में अभ्यर्थी बीजेपी को जवाब देंगे.
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तीन हफ्ते से जारी है प्रदर्शन
अभ्यर्थी बीते 22 दिन से अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. 5 जुलाई को बेसिक शिक्षा मंत्री ने आयोग की अंतरिम रिपोर्ट लागू करने के लिए 4 दिन का समय मांगा था, जिसके बाद अभ्यार्थी शांतिपूर्वक धरने पर बैठकर सरकार के जवाब का इंतजार कर रहे थे.
सोमवार को लखनऊ के निशातगंज स्थित एससीईआरटी कार्यालय पर सैकड़ों की तादाद में एससी-ओबीसी के अभ्यर्थी प्रदर्शन कर जब मंत्री से आयोग के अंतिम रिपोर्ट लागू करने की मांग कर रहे थे, तभी देर शाम पुलिस पहुंची और उन्हें खदेड़ने लगी. इसी दौरान कई अभ्यर्थी घायल हो गए.
पुलिस एक्शन पर भड़की कांग्रेस
पुलिस ने अभ्यर्थियों को मौके से हटाने के लिए बल प्रयोग किया, जिसमें घायल हुए छात्रों को लेकर कांग्रेस ने रोष व्यक्त किया है. यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा है कि यह सरकार ओबीसी विरोधी है. अभ्यर्थियों पर हुआ लाठीचार्ज का जवाब आने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी को दिया जाएगा. कांग्रेस पार्टी अभ्यर्थियों के साथ खड़ी है. अभ्यर्थियों का आरोप है कि पुलिस ने बर्बरता पूर्वक उनपर लाठीचार्ज किया है, जिसकी वजह से उन्हें काफी चोटें आई हैं. सरकार से वे महज भर्ती की मांग कर रहे थे.