गरीबी और बेरोजगारी के मुद्दे पर केंद्र सरकार के खिलाफ बुधवार रात 9 बजकर 9 मिनट पर घर की लाइट बंद करके मोमबत्ती, दीया, टॉर्च आदि जलाकर सांकेतिक विरोध प्रदर्शन किया गया. इस विरोध प्रदर्शन का कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, आरजेडी सहित कई विपक्षी दलों ने समर्थन किया.
लखनऊ में कांग्रेस के कई युवा कार्यकर्ता प्रदर्शन करने हजरतगंज पहुंचे थे, जिन्हें पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो वो नारेबाजी करने लगे. इस बीच कहासुनी के बाद पुलिस ने कई कार्यकर्ता को गिरफ्तार कर लिया.
यूथ कांग्रेस के नेता ज्ञानेश शुक्ला, शाहनावज मंगल आजमी, शिवम सहित कई नेताओं को गिरफ्तार किया गया है. इस गिरफ्तारी का यूथ कांग्रेस ने विरोध किया और कहा कि सभी को रिहा किया जाए, ये तानाशाही नहीं चलेगी.
इधर, कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, 'देश के युवाओं को रोजगार चाहिए. उनकी रुकी हुई भर्तियों की ज्वाइनिंग, परीक्षाओं की डेट, नई नौकरियों की नोटिफिकेशन, सही भर्ती प्रक्रिया और ज्यादा से ज्यादा नौकरियां चाहिए. इसके बदले सरकार कोरे भाषण, लाठियां और उपेक्षा देती है. आखिर कब तक?'
देश के युवाओं को रोजगार चाहिए।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) September 9, 2020
उनकी रूकी हुई भर्तियों की ज्वाइनिंग, परीक्षाओं की डेट, नई नौकरियों की नोटिफिकेशन, सही भर्ती प्रक्रिया और ज्यादा से ज्यादा नौकरियां चाहिए।
इसके बदले सरकार कोरे भाषण, लाठियां और उपेक्षा देती है।
आखिर कब तक? #9बजे9मिनट
वहीं, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और उनकी पत्नी डिंपल यादव ने भी रोजगार मांग रहे युवाओं के समर्थन में मोमबत्ती जलाए. पटना में बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव, तेजप्रताप यादव और पार्टी कार्यकर्ताओं ने लालटेन जमाकर प्रदर्शन किया.