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LuLu Mall: लखनऊ के एक ही मोहल्ले में रहने वाले चार लड़कों ने पढ़ी थी नमाज

लुलु मॉल में नमाज अदा करने वाले चारों युवक को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. लखनऊ में एक ही मोहल्ले में रहने वाले चारों लड़कों ने लुलु मॉल में एक साथ जाकर नमाज पढ़ी थी. पकड़े गए चार लड़कों में सीतापुर के रहने वाले दोनों सगे भाई निकले हैं.

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गिरफ्तार किए गए चारों युवक
गिरफ्तार किए गए चारों युवक
स्टोरी हाइलाइट्स
  • 9 लोगों ने पढ़ी थी लुलु मॉल में नमाज
  • 9 में से चार युवकों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित लुलु मॉल में नमाज अदा करने वाले चारों युवक की पहचान कर ली गई है. इन चारों का आज सुबह हिरासत में लिया गया था. लखनऊ में एक ही मोहल्ले में रहने वाले चारों लड़कों ने लुलु मॉल में एक साथ जाकर नमाज पढ़ी थी. पकड़े गए चार लड़कों में सीतापुर के रहने वाले दोनों सगे भाई निकले हैं.

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लुलु मॉल में नमाज अदा कर माहौल को खराब करने वाले 4 लड़कों का नाम और पता सामने आ गया है. नमाज अदा करने वालों में लखनऊ के इंदिरानगर थाने के खुर्रम नगर का रहने वाला मोहम्मद रेहान, आतिफ खान, मोहम्मद लुकमान और मोहम्मद नोमान है. लुकमान और नोमान सगे भाई हैं और दोनों सीतापुर के रहने वाले हैं.

लखनऊ पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने बताया कि चारों गिरफ्तार किए गए अभियुक्त साथ में ही लुलु मॉल के अंदर नमाज अदा की थी. लखनऊ पुलिस कमिश्नर ध्रुव कांत ठाकुर ने आगे बताया कि गिरफ्तार किए गए चारों अभियुक्तों के खिलाफ धारा 153 ए(1) 341, 505 295 ए के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया है.

12 जुलाई को लखनऊ के लुलु मॉल के अंदर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें कुछ लोग नमाज अदा करते हुए दिखाई पड़ रहे थे. इसके बाद लुलु मॉल के जनसंपर्क अधिकारी सिब्बतेन हुसैन द्वारा लखनऊ के थाना सुशांत गोल्फ सिटी में तहरीर दी गई थी और अज्ञातों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था.

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लखनऊ पुलिस को CM योगी की हिदायत

लुलु मॉल विवाद पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त रुख अपनाया है. उन्होंने सोमवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के दौरान कहा कि लखनऊ में एक मॉल खुला है, वह मॉल अपने व्यवसायिक प्रतिष्ठान को लेकर काम कर रहा है, उसको लेकर राजनीति का अड्डा बनाना, सड़कों पर प्रदर्शन करना, यातायात को बाधित करना गलत है.

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'बार-बार लखनऊ प्रशासन से कहा गया कि जो अराजकता की स्थिति पैदा करने, सांप्रदायिकता को बढ़ावा देने का कुत्सित प्रयास हो रहा है, उसे गंभीरता से लेना चाहिए और किसी भी प्रकार की शरारत को स्वीकार नहीं करना चाहिए, जो अनावश्यक मामलों को बढ़ावा देकर माहौल को खराब करने का प्रयास करते हैं उनसे सख्ती से निपटना चाहिए.'

क्या है पूरा विवाद?

दरअसल, लखनऊ का लुलु मॉल उद्घाटन के पहले से ही चर्चा में आ गया था. इसकी खासियत, तस्वीरें, मालिक का नाम, लुलु का मतलब, ये सभी चीजें गूगल पर सर्च की जाने लगीं. 10 जुलाई को उद्घाटन करने खुद प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ पहुंचे और मॉल के मालिक यूसुफ अली ने खुद ड्राइव कर योगी को घुमाया.

लुलु मॉल के उद्घाटन के 4 दिन बाद ही मॉल में नमाज़ पढ़ने का वीडियो सामने आया और कोहराम सा मच गया. हिंदू संगठनों ने कहा मॉल में नमाज़ हुई है, हनुमान चालीसा भी होगा. अब नमाज़ के वीडियो को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. सीसीटीवी फुटेज के आधार पर कहा जा रहा है कि नमाज़ के पीछे कोई गहरी साज़िश है.

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बताया जा रहा है कि 18 सेकेंड में 9 लोगों ने नमाज़ पढ़ी, आखिर ये कैसे हो सकता है. लखनऊ के लुलु मॉल में पढ़ी गई नमाज़ को लेकर ये सवाल उठ रहे हैं, हमने भी नमाज़ की सीसीटीवी वीडियो बेहद बारीकी से देखा. वीडियो में आप देख सकते हैं कि एक लाइन में 8 लोग बैठे हैं, और उनके सामने यानी नमाज़ पढ़ाने वाला बैठा है.

8 लोग एक दिशा में बैठे है और नमाज पढ़ाने वाले की डायरेक्शन कुछ और है. लुलु मॉल के सीसीटीवी फुटेज के अनुसार, नमाज़ पढ़ने वालों ने महज़ 18 सेकेंड में नमाज़ पूरी की, जबकि नमाज़ पढ़ने में आमतौर पर 7-8 मिनट का टाइम लगता है. अब सवाल यही है कि क्या साज़िश के तहत से नमाज़ पढ़ी गई?

 

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