Narendra Giri Suicide Case: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मौत के बाद मंगलवार को प्रयागराज में उनके अंतिम दर्शन किए गए. सोमवार को मठ में अपने कमरे में उनका शव फंदे से लटका हुआ मिला था, इस मामले की जांच पुलिस करने में जुटी है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को प्रयागराज पहुंच महंत नरेंद्र गिरि को श्रद्धांजलि दी, वहीं सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी न्यायिक जांच की मांग की. इनके अलावा कई अन्य नेताओं ने अपनी राय भी रखी है.
सीएम योगी बोले- दोषी को मिलेगी सज़ा
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने महंत नरेंद्र गिरि को श्रद्धांजलि देने के बाद मीडिया से बात की. सीएम योगी ने कहा कि नरेंद्र गिरि के निधन से हम सभी दुखी हैं. साल 2019 के प्रयागराज कुंभ के दौरान नरेंद्र गिरि की ओर से पूरा सहयोग दिया गया था.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कल की घटना को लेकर पुलिस की एक टीम जांच कर रही है, एडीजी जोन, आईजी रेंज समेत अन्य अधिकारी मिलकर जांच में जुटे हैं. एक-एक घटना का पर्दाफाश होगा और दोषी अवश्य सज़ा पाएगा.
सीएम बोले कि संवेदनशील मामले में अनावश्यक बयानबाजी से बचें, जांच एजेंसी को काम करने दें और जो दोषी है उसे सजा दी जाएगी. सीएम योगी ने बताया कि बुधवार को नरेंद्र गिरि का पोस्टमॉर्टम होगा, उसी के बाद समाधि दी जाएगी.
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी इस मामले को लेकर कहा कि अगर ज़रूरत पड़ती है, तो सीबीआई जांच भी करवाई जाएगी.
सिटिंग जज से करवाई जाए जांच: अखिलेश
समाजवादी पार्टी के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा कि महंत नरेंद्र गिरि जी के निधन का काफी अफसोस है, उन्होंने हमेशा साधु-संतों को जोड़ने का काम किया. इस पूरे घटनाक्रम के पीछे क्या कारण हैं, इसकी सच्चाई सामने आनी चाहिए.
अखिलेश यादव ने कहा कि सिटिंग जज की अगुवाई में जांच होनी चाहिए, नरेंद्र गिरि जी को क्या दिक्कत थी, उनकी ज़मीन कौन ले रहा था हर चीज की जांच होनी चाहिए. अखिलेश ने कहा कि लोगों का कहना है कि उनकी ज़मीन पर भी बुलडोज़र चलने जा रहा था, सच्चाई क्या है?
साध्वी की मांग सीबीआई से करवाई जाए जांच
भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने मांग की है कि महंत नरेंद्र गिरि की मौत की सीबीआई या एनआईए से जांच करवानी चाहिए. 'आजतक' से बात करते हुए साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा कि यह बेहद दुःखद घटना है. मुझे लगता है जिस तरह पालघर में साधुओं की हत्या के बाद ने इसे मुखरता से उठाया था, उसके बाद कल उनके साथ यह घटना घटित हो गई. मुझे संदेह ही नहीं बल्कि पूरा विश्वास है कि पालघर और इस घटना में कहीं कोई संबंध है. यह हत्या है. इसकी गंभीरता से जांच होनी चाहिए.
प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि हत्या और आत्महत्या में बहुत ज्यादा अंतर नहीं है. आत्महत्या के लिए उकसाना भी हत्या की ही तरह माना जाता है. यह सब विधर्मियों का काम है. गुरु और शिष्य में तर्क-वितर्क होते हैं लेकिन कभी कोई शिष्य अपने गुरु की हत्या नहीं करवा सकता. इसलिए मैं बोल रही हूं कि इसकी बारिकी से जांच होनी चाहिए.
इनके अलावा महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता नाना पटोले ने भी नरेंद्र गिरि की मौत पर सवाल खड़े किए. नाना पटोले ने कहा कि ये सुसाइड नहीं बल्कि मर्डर है. इसे सुसाइड की तरह दिखाया जा रहा है, यूपी में संतों की हत्याएं की जा रही हैं.
गौरतलब है कि नरेंद्र गिरि मौत मामले में यूपी पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है. अभी तक नरेंद्र गिरि के शिष्य रहे आनंद गिरि को गिरफ्तार किया गया है, जबकि दो अन्य को हिरासत में लिया गया है. जांच के लिए एसआईटी का गठन हुआ है.