उत्तर प्रदेश में हमीरपुर जिले के सरीला निवासी 30 साल युवक ने कालिका देवी मंदिर प्रांगण में लगे नीम के पेड़ में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. इकलौते पुत्र की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया है.
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है. पुलिस ने आत्महत्या का कारण मानसिक तनाव होना बताया है.
कस्बा सरीला के मांझखोर मुहाल निवासी बाबूराम राजपूत के पुत्र दीपक उर्फ दीपू (30) की तीन साल पहले दिल्ली में दुर्घटना हो गई थी, जिसमें उसके सिर में गंभीर चोटे आई थीं और एक सप्ताह तक कोमा में रहा था. इसमें लंबी बीमारी के बाद वह ठीक तो हो गया था. मगर मानसिक तनाव में रहता था.
उसकी पत्नी की मौत भी चार वर्ष पूर्व हो चुकी है. उसकी पांच साल की बेटी एवं सात साल एक पुत्र सोहिल है. वह बीते एक माह से गुमसुम रहता था. शुक्रवार रात में वह घर से निकल गया और कालिका देवी मंदिर परिसर में लगे नीम के पेड़ में चद्दर के सहारे फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. सुबह जब महिलाएं मंदिर में पूजा करने गई तो देखा और लोगों को जानकारी दी. जानकारी होते ही परिजनों में कोहराम मच गया और मंदिर पर लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई. मामले की सूचना पुलिस को दी गई है. पुलिस ने शव को पेड़ से उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है.
चौकी इंचार्ज सरीला राजा दुबे ने बताया कि युवक कुछ वर्ष पूर्व दुर्घटनाग्रस्त हो जाने के कारण मानसिक तानव से गुजर रहा था. इसी वजह से उसने फांसी लगाकर आत्महत्या की है. शव
पोस्टमार्टम के लिए भेजा है. उसके मासूम बच्चों का रो-रोकर बुरा हाला है.
इनपुट: IANS