एक बेटा कोरोना संक्रमित अपने पिता के लिए पूरे लखनऊ के अस्पतालों में एक बिस्तर भी नहीं खोज सका. इलाज के अभाव में बुजुर्ग पिता ने घर पर ही दम तोड़ दिया. इससे अभी लखनऊ में स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति का अनुमान लगाया जा सकता है.
ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ अस्पतालों के चक्कर लगाने वाले कोविड-19 मरीज सुशील कुमार श्रीवास्तव की इलाज ना मिल पाने से मौत हो गई है. मृतक सुशील कुमार श्रीवास्तव के पुत्र आशीष श्रीवास्तव ने आजतक को अपनी व्यथा सुनाते हुए कहा ''पिताजी के लिए पूरे दिन हॉस्पिटल देखने के बाद हम उनको घर वापस ले आए थे, ऑक्सीजन कम हो गई थी, इसके बाद बड़ी मुश्किल से एक हॉस्पिटल जो कि प्राइवेट था उसमें एडमिट कराया, लेकिन वहां पर पहुंचते ही डॉक्टरों ने कहा कि आपने लाने में बहुत देर कर दी"
मृतक सुशील कुमार श्रीवास्तव के बेटे आशीष श्रीवास्तव ने यह भी कहा कि सरकार के द्वारा कोई मदद नहीं मिली, हालांकि उन्होंने गवर्नमेंट की वेबसाइट पर ऑनलाइन भर्ती के लिए रजिस्ट्रेशन भी किया था इसके बाद भी उन्हें बिस्तर नहीं मिल सका.
कल सुशील कुमार श्रीवास्तव कोविड-19 होने के बाद अस्पताल-अस्पताल भटक रहे थे उनको कहीं भी बेड नहीं मिला, जब उन्होंने ऑक्सीजन की कमी होने पर इधर उधर से ऑक्सीजन सिलेंडर अरेंज कर लिया तो उसको भी अपनी कार में रखकर अस्पतालों की खाक छानते रहे, लेकिन अपने पिता के लिए एक बिस्तर नहीं मिल सका. जब कहीं से भी कोई मदद नहीं मिल सकी तो हारकर अपने घर वापस ले गए. और अब शुक्रवार के दिन उनका देहांत हो गया है.
आपको बता दें कि राज्य में बढ़ते कोरोना मामलों को देखते हुए CM योगी ने आज बड़े अधिकारियों के साथ मीटिंग की. इसके बाद यूपी सरकार ने रविवार को वीकेंड लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया है. अब यूपी में सभी शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में रविवार को लॉकडाउन रहेगा. इस दौरान आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी बाजार बंद रहेंगे.