उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में वन विभाग और जिला प्रशासन ने छापा मारकर एक घर से बड़ी तादात में तोते की कई प्रजातियों को जब्त किया है. इस छापेमारी में तोते की कई ऐसी प्रजातियां भी मिली हैं जो अब लुप्त होने की कगार पर हैं और सरकार ने उसे संरक्षित सूची में डाल रखा है. इस छापेमारी में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. पकड़ी गई सैकड़ों तोतों की खेप दिल्ली के बड़े होटलो में सप्लाई होनी थी.
छापेमारी में सैकड़ों तोते बरामद
दिल्ली के थाना संसद भवन इलाके में शनिवार को पीलीभीत के एक बहेलिए जितेन्द्र को मेनका गांधी के संगठन पीपल्स फॉर एनीमल के सदस्यों ने तोतों के साथ देखा तो पुलिस के हवाले किया था. थाना संसद भवन
पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि पीलीभीत में भी कोतवाली सदर क्षेत्र में इसी युवक के परिवार ने सैकड़ों तोतों को कैद कर रखा है.
मेनका गांधी ने पीलीभीत जिलाधिकारी मासूम अली सरवर को फोन किया और कार्यवाही के लिए कहा. जिसपर जिलाधिकारी ने पुलिस और सामाजिक वानिकी प्रभाग को कार्यवाही के आदेश दिए. इसके बाद हरकत में आई पुलिस और वन विभाग की टीम ने कोतवाली सदर क्षेत्र के मोहल्ला पकड़िया में छापा मारकर एक कमरे में सैकड़ों कैद तोतों को बरामद किया. वन रेंजर के अनुसार इनमें गर्दन पर लाल धारी वाले शैड्यूल1 के तोते भी हैं.
तोतों की तस्करी कर होटलों में सप्लाई
बरामद तोतों को अदालत के आदेश के बाद आजाद कर जंगल में छोड़ दिया जाएगा. वहीं मेनका गांधी के प्रतिनिधि प्रमोद अग्रवाल ने बड़ा खुलासा किया. उन्होंने कहा कि इन तोतों की तस्करी कर दिल्ली के बड़े
होटलों में सप्लाई किए जाने की जानकारी मिली है. इन्हें बटेर का मांस कहकर परोसा जाता है.