scorecardresearch
 

भुखमरी का शिकार, शहीद का परिवार

गाजीपुर में एक शहीद का परिवार भुखमरी का शिकार हो गया है, सरकारी उपेक्षाओं के चलते दन्तेवाड़ा के शहीद, छत्‍तीसगढ़ आर्म्ड फोर्स के जवान अलाउद्दीन शाह के परिवार संग स्थानीय लोगों ने हाथ में तख्ती लेकर शहीद के गांव हुसैनपुर शहबाजकुली में सत्याग्रह किया और सरकारी सुविधा की मांग की.

Advertisement
X

गाजीपुर में एक शहीद का परिवार भुखमरी का शिकार हो गया है, सरकारी उपेक्षाओं के चलते दन्तेवाड़ा के शहीद, छत्‍तीसगढ़ आर्म्ड फोर्स के जवान अलाउद्दीन शाह के परिवार संग स्थानीय लोगों ने हाथ में तख्ती लेकर शहीद के गांव हुसैनपुर शहबाजकुली में सत्याग्रह किया और सरकारी सुविधा की मांग की. शहीद परिजनों ने कहा है कि मांग पूरी नहीं हुई तो 3 जून को जिला मुख्यालय पर सत्याग्रह किया जाएगा.

Advertisement

सरकारी बेरुखी के चलते एक शहीद के परिजन सत्‍याग्रह पर बैठ गए. लोग सरकार की उपेक्षा से नाराज दिखे. वैसे तो सहज रूप में किसी को विश्‍वास नहीं होगा कि किसी शहीद सैनिक के घर दो-तीन दिन पर चूल्‍हा जलता हो, एक जीर्ण-शीर्ण दूसरे की झोपड़ी में परिवार रहता हो, 68-69 वर्षीय बूढ़ा बाप मजदूरी कर पेट पालने को मजबूर हो, शहीद की मां दवा के अभाव में दम तोड़ रही हो. यह किसी फिल्‍म की कहानी नहीं, बल्कि पूरी तौर पर हकीकत है. जो आज गाजीपुर के इस शहीद परिवार की हकीकत है.

शहीद शाह आलम के पिता अनवर हुसैन ने कहा, 'आजतक कोई सरकारी मदद नहीं मिली, कितनी बार डीएम व अधिकारियों के यहां गए, दूसरे की जमीन में हम बसे हैं, अब कोई सुनवाई नहीं हुई तो 3 जून को रोटी लेकर हम प्रशासन के पास जाएंगे.

Advertisement

रेल राज्यमंत्री और गाजीपुर के सांसद मनोज सिन्हा ने कहा, 'मुझे आपके माध्यम से जानकारी मिली है, मैं केन्द्र सरकार से जो भी मदद संभव होगी शीघ्र करवाऊंगा. शहीद की मां नूरजहां बेटे के शहीद होने के बाद से ही मूर्छित अवस्‍था में है. परिजनों के साथ क्षेत्रीय लोग भी परिवार के साथ सत्याग्रह में शामिल थे.

मौके पर पत्र लेने पहुंचे मुहम्‍मदाबाद के नायब तहसीलदार सुदर्शन मार्या के माध्‍यम से प्रधानमंत्री, प्रदेश के मुख्‍यमंत्री, छत्‍तीसगढ़ के मुख्‍य मंत्री रमन सिंह के अलावा जिलाधिकारी गाजीपुर को पत्र सौंपते हुए परिवार को तत्‍काल भरण पोषण, शहीद के बडे भाई गुलाम हुसैन शाह को नौकरी, मां का समुचित इलाज के अलावा भू-आवंटन व लोहिया आवास तत्‍काल प्रदान कराए जाने की मांग की गई.

ऐसा न होने पर तीन जून को शहीद परिवार सामाजिक कार्यकर्ताओं संग जिला मुख्‍यालय पर भूखों रह धरना देकर एक जून की रोटी जिलाधिकारी को प्रतीकात्मक विरोध जताते हुए देगा.

Advertisement
Advertisement