'मेहमान जो हमारा होता है, वो जान से प्यारा होता है. जिस देश में गंगा बहती है' इसी गाने को साकार किया मऊ जिले के बड़ागांव की दलित बस्ती में रहने वाले स्वामीनाथ ने. स्वामीनाथ के घर पर मेहमान बनकर पहुंचे थे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी. इस हफ्ते की शुरुआत में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी यूपी में अपनी महायात्रा के दौरान स्वामीनाथ के घर पहुंचे. राहुल ने वहां खाना भी खाया. स्वामीनाथ ने राहुल और उनके साथ आए लोगों के लिए जो खाना बनवाया, उसके लिए दस किलो आटा अपने भाई से उधार लेना पड़ा.
राहुल यूपी में जारी अपनी यात्रा के दौरान किसानों की जमीनी हकीकत जानने की कोशिश कर रहे है. इसी के तहत उन्होंने स्वामीनाथ के घर पहुंच कर बात की. राहुल ने जानना चाहा कि स्वामीनाथ के परिवार का गुजारा कैसे होता है, बच्चे क्या करते है, कर्ज कितना है? स्वामीनाथ ने अपने कर्ज के बारे में बताया. साथ ही ये भी बताया कि आर्थिक तंगी की वजह से बच्चों की पढ़ाई भी छूट गई है. स्वामीनाथ ने राहुल को सब कुछ बताया, लेकिन ये नहीं कि उनके भोजन के लिए कैसे दस किलो आटा कर्ज लेकर इंतजाम किया.
उम्मीद है विकास करेंगे राहुल
जब स्वामीनाथ के परिवार को ये पता लगा था कि राहुल उनके घर आने वाले हैं तो वो अपनी सारी मुश्किलों को भुला कर राहुल के स्वागत में जुट गया था. स्वामीनाथ के परिवार के साथ ही पूरी दलित बस्ती को उम्मीद है कि राहुल यहां के विकास के लिए जरूर कुछ करेंगे. यहां 150 दलित परिवारों के घर हैं जिनमें 800 लोग रहते हैं.
स्वामीनाथ की पत्नी और बेटी भी राहुल की आवभगत का मौका मिलने से बहुत खुश हैं. लेकिन स्वामीनाथ और उनके परिवार की ये चिंता भी है कि जो 10 किलो आटा उन्होने उधार लिया था, उसे जल्दी से जल्दी वापस करें.
स्वामीनाथ के परिवार का कहना है कि अतिथि भगवान की तरह होता है और राहुल उनके लिए भगवान बनकर ही आए. अब इस परिवार को इंतजार है कि कब उसके सारे कष्टों को दूर करने के लिए ये भगवान जरिया बनते हैं.