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PFI पर बैन के बाद मायावती ने ट्वीट कर पूछा- RSS पर क्यों नहीं लगना चाहिए?

मायावती ने ट्वीट कर कहा कि केंद्र सरकार ने विधानसभा चुनाव से पहले पीएफआई और उसके सहयोगी संगठनों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. उसे राजनीतिक स्वार्थ और संघ तुष्टीकरण की नीति मानकर यहां लोगों में संतोष कम और बेचैनी ज्यादा है. और अब आरएसएस पर भी बैन लगाने की मांग खुलेआम हो रही है

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बीएसपी सुप्रीमो मायावती (फाइल फोटो)
बीएसपी सुप्रीमो मायावती (फाइल फोटो)

केंद्र सरकार ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) को बैन कर दिया है. पीएफआई के साथ उसके 8 सहयोगी सगठनों पर भी 5 साल के लिए प्रतिबंध लगाया गया है. सरकार के इस एक्शन अब बीएसपी सुप्रीमो मायावती की प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने इसे राजनीतिक बताते हुए कहा कि चुनाव से पहले पीएफआई को टारगेट किया गया है.  

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मायावती ने ट्वीट कर कहा कि केंद्र सरकार ने विधानसभा चुनाव से पहले पीएफआई और उसके सहयोगी संगठनों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. उसे राजनीतिक स्वार्थ और संघ तुष्टीकरण की नीति मानकर यहां लोगों में संतोष कम और बेचैनी ज्यादा है. यही कारण है कि विपक्षी पार्टियां सरकार की नीयत में खोट मानकर इस मुद्दे पर भी आक्रोशित व हमलावर हैं और आरएसएस पर भी बैन लगाने की मांग खुलेआम हो रही है कि अगर पीएफआई देश की आन्तरिक सुरक्षा के लिए खतरा है तो उस जैसी अन्य संगठनों पर भी बैन क्यों नहीं लगना चाहिए? 

फाइल फोटो
मायावती का ट्वीट

आरएसएस पर भी लगाइए बैन- लालू यादव 

लालू यादव ने ट्वीट कर कहा कि PFI की तरह जितने भी नफरत और द्वेष फैलाने वाले संगठन हैं सभी पर प्रतिबंध लगाना चाहिए जिसमें RSS भी शामिल है. सबसे पहले RSS को बैन करिए, ये उससे भी बदतर संगठन है. आरएसएस पर दो बार पहले भी बैन लग चुका है. सनद रहे, सबसे पहले RSS पर प्रतिबंध लौह पुरुष सरदार पटेल ने लगाया था.  

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पीएफआई पर बैन गलत- सपा सांसद 

सम्भल से सपा सांसद शफीक उर रहमान बर्क ने कहा कि पीएफआई पर बैन गलत है, वह एक राजनीतिक पार्टी है. देश के अंदर जम्हूरियत है, लोकतंत्र है, ऐसी पॉलिटिकल पार्टियां बहुत सी हैं. मेरी राय में ये कदम ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि पीएफआई में जो गिरफ्तारियां हुई हैं, वो भी गलत हैं. उन्होंने कहा, जिस तरह से बीजेपी काम कर रही है. 2024 में जनता उन्हें सबक सिखाएगी.   

कांग्रेस सांप्रदायिकता के खिलाफ- जयराम रमेश 

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा से सभी प्रकार के सांप्रदायिकता की खिलाफ रही है, हम बहुसंख्यकवाद या अल्पसंख्यकवाद के आधार पर धार्मिक उन्माद में फर्क नहीं करते. कांग्रेस की नीति हमेशा से बिना किसी डर के, बिना किसी समझौते के सांप्रदायिकता से लड़ने की रही है. हम हर उस विचारधारा और संस्था के खिलाफ हैं जो हमारे समाज का धार्मिक ध्रुवीकरण करने के लिए पूर्वाग्रह, नफरत, कट्टरता और हिंसा का सहारा लेती है. 

कानून के मुताबिक कार्रवाई हो- आप सांसद 

पीएफआई बैन पर आप सांसद संजय सिंह ने कहा, देश में कोई भी संस्था जो गैर कानूनी काम करती है, नफरत फैलाने का काम करती है, उनके खिलाफ कानून सम्मत कार्रवाई होनी ही चाहिए. जांच एजेंसियों ने जो साक्ष्य जुटाए हैं वे सामने रखेंगे. 

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येचुरी ने कहा- बैन हल नहीं है 

सीपीआईएम नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि हमें लगता है कि पीएफआई की चरमपंथी गतिविधियां खत्म होनी चाहिए, केरल में पीएफआई और आरएसएस के कार्यकर्तांओं की हत्याओं और जवाबी हत्याओं के कारण हिंसा होती है. दोनों पर रोक लगनी चाहिए. उन्होंने कहा, बैन हल नहीं है. उन्होंने कहा कि गांधी की हत्या के बाद आरएसएस पर तीन बार बैन लगा, लेकिन क्या इससे कुछ रुका.  

 

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