सहारनपुर में एक बार फिर हिंसा की चिंगारी भड़की है. हिंसा के बाद लगातार राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो रही है. भारतीय जनता पार्टी ने जहां मायावती को सहारनपुर हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराया, तो वहीं अब बहुजन समाज पार्टी ने भी बीजेपी पर पलटवार किया है. मायावती ने कहा कि सहारनपुर में हो रही हिंसा और जानमाल की हानि के लिए बीजेपी जिम्मेदार है. बीजेपी और आरएसएस के जातिवादी तत्व सामाजिक भाईचारे को बिगाड़ने में जुटे हुए हैं.
सीएम योगी से मिले बसपा नेता
इस बीच बहुजन समाज पार्टी के चार पदाधिकारी बुधवार शाम को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मिले. सीएम योगी से सतीश मिश्र, राम अचल राजभर, लालजी वर्मा और पूर्व मंत्री इंदरजीत सरोज मिले. मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद सतीश मिश्रा ने कहा कि जो दोषी हों उन पर कारवाई हो. मरने वालों को पर्याप्त मुआवजा दिया जाए. जिनके घर जले हैं, उन्हें 5 लाख रुपये दिए जाएं.
बहनजी को नहीं मिली सुरक्षा
मिश्रा ने कहा कि सहारनपुर में बहनजी ने कहा था कि हेलीकॉप्टर से जाने दें, लेकिन वहां के डीएम और एसपी ने हेलीकॉप्टर से आने से मना कर दिया. उन्हें कार के रास्ते आने की सूचना दी गई थी और बहनजी की सुरक्षा को लेकर सहारनपुर में कुछ इंतजाम नहीं थे और न ही वहां पुलिस अधिकारी मौजूद थे. वहां गाड़ी भी नहीं जा सकती थी. बहनजी ने रविदास मंदिर के पास जाकर अपनी बात रखी थीं.
सतीश मिश्रा ने कहा कि मायावती ने सहारनपुर में कहा कि हर वर्ग मिलजुल कर रहे. भाईचारा बना रहे सब मिल के रहें. अफसोस है की लौटते समय लोगों पर जानलेवा हमला किया गया. एक की हत्या कर दी गई. मुख्यमंत्री ने सभी बातों पर ध्यान दिया और कार्रवाई का आश्वासन दिया.
सीपीआई (एम) ने की निंदा
वहीं सीपीआई (एम) ने भी बयान जारी कर सहारनपुर हिंसा की निंदा की है. सीपीआई (एम) ने कहा है कि मायावती की रैली के बाद हुई हिंसा के लिए हिंदू युवा वाहिनी जिम्मेदार है.
मायावती के जाने से बिगड़ा माहौल
उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि सहारनपुर में शांति स्थापित हुई थी, लेकिन मायावती अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने के लिए वहां गईं, जिसके बाद ही वहां पर माहौल बिगड़ा और हत्या हुई. श्रीकांत शर्मा बोले कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी, जहां पर भी लापरवाही हुई है
सभी आला-अधिकारी मौजूद
सहारनपुर में जातीय हिंसा के बाद पुलिस और प्रशासन गंभीर दिखाई दे रहा है. सीएम के निर्देश के बाद गृह सचिव मणिप्रसाद मिश्रा, एडीजी (कानून-व्यवस्था) आदित्य मिश्रा, आईजी (एसटीएफ) अमिताभ यश, डीआईजी विजय भूषण सहित आलाधिकारी सहारनपुर में डेरा जमाए हुए हैं. वहीं, राज्य सरकार ने मृतक के परिजनों को 15 लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपये आर्थिक सहायता दिए जाने की घोषणा की है.
मुख्यमंत्री ने जताया शोक
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हिंसा पर दुख जताते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया है. उन्होंने हिंसा की जांच वरिष्ठ अधिकारियों को सौंपी है. उन्होंने लोगों से संयम बनाए रखने की अपील की है. विपक्षी दलों से शांति बहाली में सहयोग की अपील की है
क्या है पूरा मामला?
सहारनपुर के शब्बीरपुर गांव में महाराणा प्रताप शोभायात्रा के दौरान हुए एक विवाद ने हिंसक रूप ले लिया था. इसके बाद विशेष जाति पर दलितों के साथ अत्याचार करने और उनके घर जलाने का मामला सामने आया था. इस मामले में भीम आर्मी के नेता चंद्रशेखर के खिलाफ केस दर्ज किया गया था. इसके बाद बीते रविवार को भीम आर्मी कार्यकर्ताओं ने बड़ी संख्या में दिल्ली के जंतर मंतर पहुंचकर प्रदर्शन किया था.