प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को आजमगढ़ में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास किया. इस दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के गठबंधन पर भी टिप्पणी की. पीएम मोदी के वार के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जहां अपने कार्यकाल से जुड़ी इस परियोजना याद ताजा कराई, वहीं बसपा प्रमुख मायावती ने इसकी टाइमिंग पर सवाल खड़े किए.
मायावती ने अपने बयान में कहा कि चुनाव नजदीक आता देख केंद्र और प्रदेश सरकार को विकास योजनाओं के शिलान्यास की सूझी है. उन्होंने आजमगढ़ में एक्सप्रेस-वे की आधारशिला को छलावा करार दिया. साथ ही मायावती ने ये भी कहा कि अगर 2014 में सरकार बनते ही इसकी आधारशिला रख दी गई होती, तो प्रधानमंत्री आज इसका उद्घाटन कर रहे होते.
वहीं, यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक ट्वीट कर पीएम मोदी और बीजेपी पर तंज कसा. अखिलेश ने अपनी सरकार के वक्त जारी 'समाजवादी पूर्वांचल एक्सप्रेसवे' के विज्ञापन को ट्वीट करते हुए लिखा- 'भाजपा की कमजोर याददाश्त को समर्पित. साथ ही उन्होंने ये भी पूछा कि 'क्या तुम्हें याद है.' बता दें, अखिलेश का कहना है कि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे उनकी सरकार की योजना है, जिसका शिलान्यास पीएम मोदी कर रहे हैं.
सपा-बसपा गठबंधन पर चुटकी लेते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कभी ये दोनों एक-दूसरे को फूटी आंख नहीं सुहाते थे, लेकिन आज अपना वजूद बचाने के लिए साथ-साथ चलने को मजबूर हो गए हैं.
पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा, 'बाबा साहब अंबेडकर और राम मनोहर के नाम पर यूपी की इन दोनों पार्टियों ने केवल अब तक राजनीति की है. इनको गरीबों की भलाई से कोई लेना-देना नहीं है. गरीब, दलित, पिछड़ों से वोट मांगे और इनके नाम पर अपनी राजनीति की, लेकिन कभी उनके बारे में गंभीरता से सोचा नहीं.'
सपा और बसपा गठबंधन पर तंज कसते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जो लोग कभी एक-दूसरे को देखना पसंद नहीं करते थे, वो अब एक साथ हो गए हैं. जितने भी लोग जमानत पर हैं, जितने भी परिवार वाले लोग हैं वो जनता के विकास को रोकना चाहते हैं. पीएम मोदी की मानें तो गरीब, किसान, पिछड़े अगर सशक्त हो गए तो इनकी दुकानें हमेशा के लिए बंद हो जाएंगी. सभी परिवारवादी पार्टियां मिलकर आपके विकास को रोकने पर तुली हुई हैं.