चार राज्यों में विधानसभा चुनाव के चलते पिछले 6 महीनों के दौरान लखनऊ में कभी-कभार ही दिखने वाली बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने अब लखनऊ में डेरा डाल दिया है.
शनिवार, 28 दिसंबर की शाम लखनऊ पहुंची मायावती ने अब यहीं रहकर लोकसभा चुनाव तक पार्टी की तैयारियों को धार देने का निर्णय किया है. इसी की शुरुआत करते हुए मायावती ने सोमवार को पार्टी पदाधिकारियों व जोनल को-आर्डिनेटरों की बैठक बुलाई है. इसमें 15 जनवरी को मायावती के जन्मदिन पर होने वाली 'राष्ट्रीय सावधान महारैली' व लोकसभा चुनाव की तैयारियों के लिए पहले दिए निर्देशों पर अमल की समीक्षा की जाएगी.
इस बैठक के बाद हर महीने की 10 तारीख को होने वाली बैठक जनवरी में नहीं होगी, क्योंकि उस समय पदाधिकारी रैली की तैयारी में जुटे होंगे. बैठक में 'सावधान महारैली' में 20 लाख लोगों को जुटाने के लक्ष्य और इतनी बड़ी भीड़ के लिए गांव से लेकर राजधानी तक इंतजाम पर खास तौर से चर्चा होगी.
रैली में हर विधानसभा क्षेत्र से 5000 लोगों को लाने का टारगेट रखा गया है. रैली में प्रदेश के दूर-दराज के जिलों और दूसरे राज्यों से लोगों को लाने के लिए ट्रेनें बुक कराने का प्रस्ताव है.