मुजफ्फरनगर दंगे के बाद पहली बार उत्तर प्रदेश पहुंची बहुजन समाज पार्टी ( बीएसपी) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी को यूपी में नए सिरे से तैयार करना शुरू कर दिया है.
लखनऊ के 12 माल एवेन्यू स्थित पार्टी मुख्यालय में रविवार को मैराथन बैठक कर मायावती ने संगठन और चुनावी तैयारियों के बारे में पार्टी नेताओं से फीडबैक लिया. इसी आधार पर मायावती ने संगठन में बदलाव की घोषणा की.
मायावती ने बहराइच से लोकसभा प्रत्याशी त्रिभुवन दत्त का टिकट काटने और बांसगांव के विधायक डॉ. विजय कुमार को उनके स्थान पर प्रत्याशी बनाने का ऐलान किया.
बीएसपी ने बहराइच से सबसे पहले गोंडा जिले से विधायक रह चुके रमेश कुमार गौतम को उम्मीदवार बनाया था लेकिन उनके खिलाफ एक महिला ने दुष्कर्म का आरोप लगाने पर पार्टी ने इन्हें बदलकर त्रिभुवन दत्त को लोकसभा चुनाव में उतार दिया था. त्रिभुवन दत्त आंबेडकर नगर से सांसद रह चुके हैं और बीएसपी के सक्रिय कार्यकर्ता माने जाते हैं लेकिन इस बीच वह काफी निष्क्रिय नजर आ रहे थे.
रविवार को कोआर्डिनेटरों से जानकारी मिलने के बाद मायावती ने अपना फैसला सुना दिया. दत्त को अब यूपी के बाहर झरखंड प्रदेश में बतौर बीएसपी कोआर्डिनेटर जिम्मेदारी सौंपी गई है. इसके अलावा गोरखपुर जोन के कोआर्डिनेटर सुधीर कुमार को इस पद से हटा दिया गया है. इनपर संगठन के कार्यों को गंभीरता से न लेने के आरोप लगे थे.
एक अन्य बदलाव पूर्वांचल के जोनल कोआर्डिनेटरों के कार्यक्षेत्र में किया गया. संगठन में अबतक गोरखपुर, आजमगढ़ और इलाहाबाद मंडल का एक जोन होता था जिसके जिसके कोआर्डिनेटर विजय प्रताप थे. अब विजय के कार्यक्षेत्र से गोरखपुर को हटा लिया गया है. वह केवल आजमगढ़ और इलाहाबाद के जोनल कोआर्डिनेटर होंगे.
दूसरी ओर गोरखपुर मंडल को फैजाबाद जोन से जोड़ दिया गया है. फैजाबाद जोन में फैजाबाद के अलावा अबतक देवीपाटन और बस्ती मंडल आते थे. अब गोरखपुर मंडल भी इसी का हिस्सा होगा. इसी तरह फैजाबाद के जोनल कोआर्डिनेटर जुगुल किशोर का कद बढ़ाते हुए संगठन में उनका कार्यक्षेत्र बढ़ाया गया है.