केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी पर पीलीभीत में समाजवादी अधिवक्ता सभा के पूर्व जिलाध्यक्ष की ओर से बंधक बनाने और थप्पड़ मारने के आरोप सीओ सिटी की जांच में झूठे पाए गए हैं. इस बारे में सीओ ने अपनी जांच रिपोर्ट एसपी को सौंप दी है.
पीलीभीत शहर से सटे मोहल्ला नौगवां पकड़िया निवासी समाजवादी अधिवक्ता सभा के पूर्व जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार वर्मा ने गुरुवार सुबह नौ बजे केंद्रीय मंत्री पर बंधक बनाकर थप्पड़ मारने का आरोप लगाया था. इस पर बरखेड़ा के सपा विधायक हेमराज वर्मा, सपा जिलाध्यक्ष आनंद सिंह यादव, सपा अधिवक्ता सभा के वर्तमान जिलाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह तोमर आदि वर्मा को लेकर एसपी से मिले थे और तहरीर देकर रिपोर्ट दर्ज कराने की मांग की थी.
एसपी ने मामले की जांच सीओ सिटी सुवेग सिंह सिद्धू को देकर 24 घंटे में जांच रिपोर्ट तलब की थी. देर शाम सिद्धू ने जांच पूरी कर रिपोर्ट एसपी सोनिया सिंह को सौंप दी. सीओ की जांच में पाया गया कि एक महिला ने मेनका गांधी से वर्मा पर डेढ़ लाख रुपये धोखे से लेने का आरोप लगाया था. इस पर मेनका गांधी ने वर्मा को बुलाकर समझाया था. उधर, सीओ की जांच में क्लीन चिट मिलने से सपा कार्यकर्ताओं और समाजवादी अधिवक्ता सभा में रोष है.
सभा के जिलाध्यक्ष तोमर ने बताया कि मामले में अधिवक्ता सभा का एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार को एसपी से मिलेगा. बरखेड़ा विधायक हेमराज का कहना है कि सीओ ने गोलमोल जांच की है. पूरे मामले को मुख्यमंत्री के समक्ष रखा जाएगा.