उत्तर प्रदेश में सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान अखिलेश सरकार के एक मंत्री ने डीएम की खूबसूरती की खुलेआम तारीफ कर डाली. वहां मौजूद लोगों ने भले ही मामले को हंसी-ठिठोली में उड़ा दिया, पर मंत्रीजी के बयानों पर विवाद खड़ा होता नजर आ रहा है.
आम तौर पर इस तरह की बातें मुंबइयां फिल्मों में ही देखने को मिलती हैं, लेकिन यूपी में यह हकीकत में देखा गया. दरअसल, प्रदेश के खादी व ग्रामोद्योग मंत्री राजा राम पांडेय सोमवार को सुल्तानपुर के कमला नेहरू इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में बेरोजगारों को चेक बांटने आए थे. इस दौरान वे जिले की डीएम की खूबसूरती पर फिदा दिखे.
मंत्रीजी ने डीएम धनलक्ष्मी की खूबसूरती की तारीफों के पुल बांधने शुरू कर दिए. हद तो तब हो गई, जब उन्होंने खूबसूरती के पैमाने पर जिले की पूर्व डीएम व मौजूदा डीएम की तुलना भी कर डाली.
सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान मंत्री राजा राम पांडेय ने कहा, 'यह मेरा सौभाग्य है कि मैं दूसरी बार इस जिले का प्रभारी मंत्री बना हूं. मुझे यहां हर बार किसी खूबसूरत डीएम के साथ काम करने का मौका मिला है.'
मंत्रीजी यहीं नहीं रुके. उन्होंने कहा, 'जब मैंने जिले की पूर्व डीएम कामिनी चौहान रतन को देखा, तो लगा कि उनसे खूबसूरत महिला हो ही नहीं सकती है. लेकिन यह नई डीएम (धनलक्ष्मी) तो उनसे भी खूबसूरत हैं. इनके बात करने का लहजा भी बेहतर है.'
राजा राम पांडेय ने कहा, 'मैं इनकी खूबसूरती के बारे में सोचता रहा हूं, पर ये बहुत कुशल प्रशासक भी हैं.' इस दौरान डीएम धनलक्ष्मी भी सभा में मंत्रीजी के साथ मौजूद थीं. मंत्रीजी की ऐसी बातें सुनकर डीएम कुछ असहज नजर आईं. वे अनायास ही मुंह पर हाथ रखकर पीछे की तरफ देखने लगीं.
साल 2011 में सीबीआई ने धनलक्ष्मी के दिल्ली और बैंगलोर आवास पर छापा मारा था. छापे के दौरान करीब 3.15 करोड़ रुपये की बेनामी संपत्ति बरामद की गई थी. बाद में धनलक्ष्मी ने दावा किया था कि सीबीआई ने उनकी मां की संपत्ति को भी उनकी संपत्ति में ही जोड़ लिया था. हाल के दिनों में धनलक्ष्मी ने इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में सीबीआई के कुछ अधिकारियों पर खुद को हतोत्साह करने का आरोप लगाया था.
गौरतलब है कि राजा राम पांडेय माफिया से राजनीति में आए हैं. उन पर अपराधियों को संरक्षण देने के आरोप लगते रहे हैं. बहरहाल, सार्वजनिक रूप से महिला प्रशासक पर गैरजरूरी टिप्पणी का मामला धीरे-धीरे और गरमाता नजर आ रहा है.