बीजेपी ने शुक्रवार को प्रदेश सरकार के अल्पसंख्यकों को सरकारी योजनाओं में आरक्षण दिये जाने के फैसले के विरोध में प्रर्दशन किया.
बीजेपी कार्यकर्ताओं ने सरकार के अल्पसंख्यकों के सरकारी योजनायों में आरक्षण देने के फैसले के विरोध में लिखे पोस्टर को लेकर मार्च किया और सरकार विरोधी नारे भी लगाये.
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी का कहना था कि सरकार सरकारी योजनाओं में अल्पसंख्यकों को आरक्षण सिर्फ आगामी लोकसभा चुनाव के लिये वोट बटोरने के लिये दे रही है.
गौरतलब है कि अभी हाल ही में अखिलेश सरकार नें अल्पसंख्यकों को 30 विभागों में चलाई जा रही 85 कल्याणकारी एवं विकास योजनाओं में 20 प्रतिशत आरक्षण देने का फैसला किया था.
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में ये वादा किया था कि हम धार्मिक आधार पर आरक्षण देंगे. धार्मिक आधार पर आरक्षण संविधान में प्रतिबंधित है. सच्चर कमेटी की रिपोर्ट, रंगनाथ मिश्रा की रिपोर्ट के उस अंश को जो धार्मिक आधार पर आरक्षण देता है, माननीय उच्च न्यायालय और सर्वोच्चय न्यायालय अस्वीकार कर चुका है लेकिन ये वोट के सौदागर कांग्रेस, सपा और बसपा के लोग केवल एक सूत्रीय कार्यक्रम वोट के लालच में देश के हितों को बलि चढाने में लगे हुये हैं.
उन्होंने कहा कि विकास के लिये जो पैसा उपलब्ध हुआ उसका 20 प्रतिशत केवल प्रमुख विभागों का अल्पसंख्यकों पर खर्च होगा, इससे ऐसा लगता है कि ये सरकार इस देश और प्रदेश को पूरी तरह से जाति बिरादरी में बांट देगी, हिंदुस्तानी नहीं रहने देगी. बीजेपी राज्य सरकार के इस कदम का विरोध करती है.