उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में स्थित प्रसिद्ध संत स्वामी अड़गड़ानंद के आश्रम में गोली चलने से एक साधु की मौत हो गई. वहीं दूसरे साधु घायल हो गए. घायल साधु को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया. फिलहाल मामले की जांच की जा रही है. पुलिस इस घटना को सुसाइड मान रही है. वहीं आश्रम से 315 बोर के दो तमंचे भी बरामद हुए हैं.
जानकारी के अनुसार, चुनार थाना क्षेत्र में स्वामी अड़गड़ानंद का शक्तेसगढ़ में आश्रम है. इस आश्रम में सैकड़ों की संख्या में सेवादार व साधु-संत रहते हैं. गुरुवार सुबह अचानक आश्रम में गोली चलने की आवाज आई तो सनसनी फैल गई. घटना की सूचना पुलिस को दी गई. क्षेत्राधिकारी नित्यानंद राय के नेतृत्व में चुनार कोतवाली पुलिस आश्रम पहुंची और घटना को लेकर जांच शुरू की.
पुलिस के मुताबिक, आश्रम परिसर में दो साधुओं को गोली लगी, जिसमें मध्य प्रदेश के शिवपुरी के रहने वाले जीवन बाबा उर्फ जीत की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं आश्रम के दूसरे साधु आशीष बाबा गोली लगने से घायल हो गए. उन्हें चंदौली में एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
इस घटना को पुलिस अभी आत्महत्या बता रही है. मौके से पुलिस ने 315 बोर के दो तमंचे बरामद किए हैं. इस दौरान पुलिस के सीनियर अधिकारियों के साथ फील्ड यूनिट व डॉग स्क्वाड ने जांच पड़ताल की. पुलिस ने साधु के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है.
घटना के संबंध में क्षेत्राधिकारी (सर्कल ऑफिसर) का कहना है कि आश्रम से दो कट्टे मिले हैं. एक बाबा के सिर में गोली लगी है. जांच पड़ताल की जा रही है. घटना किन वजहों से घटी, इसकी जांच की जा रही है. वहीं कहा जा रहा है कि आश्रम में शिष्यों के बीच आपस में वर्चस्व को लेकर घटना हो सकती है. फिलहाल जांच के बाद ही घटना के कारणों की सच्चाई सामने आएगी.
क्षेत्राधिकारी नित्यानंद राय ने कहा कि शव की तलाशी ली गई तो आधार कार्ड मिला है, जिसमें मृतक का नाम जीवन बाबा लिखा था. सेवादारों से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि वह आश्रम में आते रहते थे.