उत्तर प्रदेश में MLC का इस्तीफा देने का सिलसिला लगातार जारी है. बुधवार को एक और विधान परिषद सदस्य ने इस्तीफा दे दिया है. इस्तीफा देने वाले MLC अंबिका चौधरी हैं, जो समाजवादी कोटे से विधान परिषद सदस्य हैं, जो फिलहाल बीएसपी में हैं.
सूबे के विधानसभा चुनाव से पहले एसपी छोड़कर बीएसपी का दामन थाम लिया था. 2017 विधानसभा चुनाव में बीएसपी के टिकट पर बलिया की फेफना विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़े, जहां उन्हें बीजेपी उम्मीदवार उपेंद्र तिवारी से शिकस्त खानी पड़ी है. इससे पहले भी 2012 में उपेंद्र ने हराया था, जिसके बाद अखिलेश यादव ने उन्हें MLC बनाकर अपने मंत्रीमंडल में जगह दी थी.
गौरतलब है कि अंबिका चौधरी न्यायिक सेवा की नौकरी छोड़कर राजनीति में आए थे. वो 1993 से लेकर 2007 तक लगातार चार बार एसपी प्रत्याशी के रूप में बलिया के कोपाचीट विधानसभा क्षेत्र से जीत दर्ज कर विधानसभा पहुंचते रहे हैं. लेकिन 2012 में उन्हें बीजेपी उम्मीदवार उपेंद्र तिवारी से मात खानी पड़ी, जिसके बाद अखिलेश यादव ने उन्हे विधान परिषद सदस्य बनाकर अपनी कैबिनेट में जगह दी.
दो दशक तक मुलायम सिंह यादव और शिवपाल यादव के वो करीबी रहे हैं. इतना ही नहीं शिवपाल के राजनीतिक सलाहकार भी माने जाते रहे हैं. उनकी शिवपाल से नजदीक होने की वजह से अखिलेश ने उन्हें साइड लाइन कर दिया था. अखिलेश यादव ने 2012 में उनकी जगह फेफना से संग्राम सिंह यादव को टिकट दिया था, जिसके चलते उन्होंने एसपी छोड़कर बीएसपी का दामन थामा था.