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MLC Bypoll: यूपी में बीजेपी ने घोषित किए नाम, धर्मेंद्र सिंह सैंथवार और निर्मला पासवान को बनाया प्रत्याशी

यूपी विधान परिषद में एमएलसी की 8 सीटें खाली हो गई है, जिनमें 6 सीटों पर राज्यपाल के द्वारा मनोनयन होना है, जबकि 2 सीटों पर चुनाव होना है. कुछ दिन पहले ही सीएम आवास पर बीजेपी ने नामों पर चर्चा की थी.

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अहमद हसन के निधन, ठाकुर जयवीर सिंह के इस्तीफ के बाद से खाली हैं सीटें (सांकेतिक तस्वीर)
अहमद हसन के निधन, ठाकुर जयवीर सिंह के इस्तीफ के बाद से खाली हैं सीटें (सांकेतिक तस्वीर)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • 1 अगस्त नामांकन करने की अंतिम तारीख
  • 4 अगस्त तक वापस ले सकते हैं नामांकन

बीजेपी ने यूपी और कर्नाटक में एमएलसी उपचुनाव के लिए अपने प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिए हैं. यूपी में बीजेपी ने धर्मेंद्र सिंह सैंथवार और निर्मला पासवान को चुनाव मैदान में उतारा है. वहीं कर्नाटक से बीजेपी ने बाबूराव चिंचानसूरु को उम्मीदवार बनाया है. सपा के नेता रहे अहमद हसन के निधन और बीजेपी के ठाकुर जयवीर सिंह के इस्तीफे के बाद एमएलसी की दोनों सीटों रिक्त हुई हैं. अब इन सीटों के लिए 11 अगस्त को चुनाव होगा. 

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सपा के अहमद हसन, जिनका कार्यकाल 30 जनवरी 2027 तक था, लेकिन 20 फरवरी 2022 को निधन हो जाने के चलते एक सीट रिक्त हुई है. वहीं, बीजेपी नेता ठाकुर जयवीर सिंह जिनका कार्यकाल 5 मई 2024 तक था, लेकिन विधायक बनने के बाद उन्होंने 24 मार्च 2022 को त्यागपत्र दे दिया था, जिसके बाद एक और सीट खाली हो गई थी.

मालूम हो कि पिछले दिनों उत्तर प्रदेश विधान परिषद की खाली हुईं दो सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर बीजेपी ने मंथन किया था. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास पर बीजेपी की कोर कमेटी की बैठक में हुए मंथन के दौरान कई नामों पर चर्चा हुई थी. बैठक में सीएम योगी, दोनों डिप्टी सीएम समेत पार्टी के पदाधिकारी मौजूद थे.

11 अगस्त को होगा इन सीटों पर चुनाव

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नामांकन करने की अंतिम तारीख 1 अगस्त है. 2 अगस्त को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी. 4 अगस्त तक नामांकन वापस लिए जा सकते हैं. वहीं 11 अगस्त को सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक वोटिंग होगी और उसके बाद काउंटिंग होगी.

बीजेपी का जीतना तय है

विधान परिषद उपचुनाव में माना जा रहा है कि अखिलेश यादव अपना प्रत्याशी नहीं उतारेंगे, क्योंकि सपा के पास एक भी एमएलसी सीट जीतने के लिए पर्याप्त संख्या बल नहीं है. उपचुनाव में एक एमएलसी सीट जीतने के लिए पहली प्रथामिकता के आधार पर 200 वोट चाहिए होंगे.

सूबे की विधानसभा में सपा के पास 111 विधायक हैं जबकि बीजेपी गठबंधन के पास 278 विधायक हैं. इस तरह किसी भी हाल में सपा की जीतने की स्थिति नहीं बन रही जबकि बीजेपी दोनों ही सीटें आसानी से जीत सकती है.एमएलसी चुनाव में विपक्षी दलों के वॉकओवर के बाद बीजेपी का दोनों ही सीटों पर निर्विरोध जीतना तय है.

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