उत्तर प्रदेश में विधान परिषद (एमएलसी) चुनाव के लिए 28 सीटों पर वोटिंग जारी है. इन 28 सीटों के लिए 58 जिलों में वोटिंग की जा रही है. करीब एक लाख वोटर 97 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे. वोटिंग के लिए कुल 729 केंद्र बनाए गए हैं. साथ ही 3100 कर्मचारी इस चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने में जुटे हैं. खास बात यह है कि सपा 7 सीटों पर पहले ही निर्विरोध जीत चुकी है.
कई मतदान केंद्र संवेदनशील
विधान परिषद चुनाव में कई संवेदनशील क्षेत्र हैं. यहां पर केंद्रीय अर्द्धसैनिक बल, पीएसी और अन्य सशस्त्र बल को तैनात किया गया है. इसके अलावा चुनाव में 790 माइक्रो प्रेक्षक, 271 जोनल मजिस्ट्रेट, 470 सेक्टर मजिस्ट्रेट और 470 स्ट्रेटिक मजिस्ट्रेट निगरानी कर रहे हैं.
CCTV कैमरों से निगरानी
यही नहीं, 1055 वीडियो कैमरा, 170 डिजिटल कैमरा और सभी बूथों पर सीसीटीवी कैमरे के जरिये रिकॉर्डिंग की जा रही है. वोटिंग सुबह 8 बजे से हो रही है.
मैदान में दिग्गज
वाराणसी-चंदौली-भदोही सीट पर जेल में बंद माफिया डॉन बृजेश सिंह चुनाव लड़ रहे हैं. मिर्जापुर में एसपी के विजय मिश्र की पत्नी रामलली मिश्र मैदान में हैं. यहां इनका मुकाबला बीएसपी के पूर्व एमएलसी विनीत सिंह के भाई त्रिभुवन नारायण सिंह से है. मुरादाबाद-बिजनौर सीट पर मुख्य मुकाबला एसपी के परवेज अली और बीजेपी की आशा सिंह के बीच है. परवेज कैबिनेट मंत्री महबूब अली के बेटे हैं.
7 सीटों पर एसपी की निर्विरोध जीत
वहीं, एसपी ने सीतापुर, लखनऊ-उन्नाव, प्रतापगढ़, बांदा-हमीरपुर, आगरा-फिरोजाबाद, मेरठ-गाजियाबाद, मथुरा-एटा-मैनपुरी सीटों पर निर्विरोध जीत हासिल कर चुकी है.
चुनाव पूर्व आई थीं गड़बड़ी की खबरें
चुनाव से पूर्व गड़बड़ी की खबरें आई थीं. बदायूं में एसपी प्रत्याशी ने 400 वोटर्स को बंधक बना लिया था तो बुलंदशहर में एक करोड़ रुपये की अवैध शराब बरामद की गई थी. वहीं प्रशासन ने माफिया डॉन और वाराणसी से निर्दलीय प्रत्याशी बृजेश सिंह को शाहजहांपुर से सहारनपुर जेल शिफ्ट कर दिया गया.