उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि महंगाई कम करने का वादा करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राज में दिवाली के दिन से ही गैस सिलेंडर के दाम बढ़ा दिए गए हैं. ऐसे में तो गरीब व मध्यवर्ग के लोगों के घरों के चूल्हे बंद हो जाएंगे. RBI ने जाहिर की महंगाई बढ़ने की आशंका
पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा कि ईंधन गैस आज घर-घर की जरूरत है. इसके दाम बढ़ने का बुरा असर घरेलू अर्थव्यवस्था पर पड़ना तय है. एक तो खाद्य वस्तुओं के दाम पहले से आसमान छू रहे हैं, दूसरे अब घरों का चूल्हा भी ठंडा करने पर सरकार तुल गई है. सरकार की गलत नीतियों के चलते परिवहन की कीमतों में वृद्धि का असर माल ढुलाई पर पड़ रहा है.
उन्होंने कहा, '100 दिनों में महंगाई कम करने का थोथा वादा अब जनता के गले की फांस बन गया है.'
प्रवक्ता ने कहा कि बीजेपी ने केंद्र में सरकार बनने के एक सप्ताह के अंदर ही कालाधन विदेश से वापस लाने और आम जनता में उस धन को बांटने का वादा किया था. आज चार महीने हो जाने पर भी केंद्र सरकार को कालाधन का ब्यौरा देने में पसीना आ रहा है.
उन्होंने कहा, 'कभी कहा जाता है कि कुछ देशों से संधियों के चलते कालाधन मालिकों का नाम नहीं बताया जा सकता, तो कभी कहा जाता है कि विदेशी बैंक अपने खातों का हिसाब देने में हीला हवाली कर रहे हैं. अब केंद्र सरकार का कहना है कि इन खातों को समुचित कानूनी प्रक्रिया के तहत सार्वजनिक किया जाएगा. मगर कब?'
सपा प्रवक्ता ने कहा कि विदेशी बैंकों में भारतीयों के खाते खुले हुए हैं. अब केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली का कहना है कि सरकार मात्र 136 लोगों के काले धन के खाते ही सार्वजनिक करेगी.
चौधरी ने कहा, 'आखिर कालाधन पर सरकार रोज-रोज यू-टर्न क्यों ले रही है? यह भी अभी तक स्पष्ट नहीं है कि कितने दिनों, महीनों या सालों में कालाधन स्वदेश वापस लाया जा सकेगा.'
सपा नेता ने कहा कि केंद्र सरकार ने इसी तरह रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए भी अभी तक कुछ नहीं किया है. विदेशी पूंजीनिवेश की केवल कहानियां ही सुनने को मिली हैं. कहीं कुछ होता दिखाई नहीं देता, मोदी सरकार का जोर सिर्फ प्रचार पर है.