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यूपी में मोदी की रैली का नाम होगा 'विजय शंखनाद रैली'

बीजेपी ने प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की 19 अक्टूबर को कानपुर में होने वाली रैली को विजय शंखनाद रैली नाम दिया है. इस रैली के जरिए पार्टी यूपी में लोकसभा चुनाव में विजय पाने के लिए अपने चुनावी अभियान का शंखनाद करेगी इसलिए इसे विजय शंखनाद रैली कहा गया है.

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नरेंद्र मोदी
नरेंद्र मोदी

बीजेपी ने प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की 19 अक्टूबर को कानपुर में होने वाली रैली को ‘विजय शंखनाद रैली’ नाम दिया है. इस रैली के जरिए पार्टी यूपी में लोकसभा चुनाव में विजय पाने के लिए अपने चुनावी अभियान का शंखनाद करेगी इसलिए इसे ‘विजय शंखनाद रैली’ कहा गया है.

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प्रदेश प्रवक्ता डॉ. चंद्रमोहन कहते हैं कि क्षेत्रीय स्तर पर मोदी की आगे जो रैलियां होंगी उन्हें भी इसी नाम से पुकारा जाएगा. डॉ. चंद्रमोहन का दावा है कि मोदी की यह रैली सभी रैलियों का रिकॉर्ड तोड़ देगी. मोदी की कानपुर में होने वाली रैली को लेकर लोगों में काफी जागरुकता है.

मोदी के साथ मंच पर कौन होगा इस पर सस्पेंस
यूपी बीजेपी के आईटी सेल द्वारा जारी किए गए नंबर 09328280005 पर दो दिनों में 22,358 मिस्ड कॉल आई हैं, जिनको एसएमएस के जरिए रैली की जानकारी दी गई है. कानपुर के गौतमबुद्घ पार्क में होने वाली रैली में अब बमुश्किल 24 घंटे बचे हैं लेकिन अभी भी साफ नहीं है कि मोदी के अलावा और कौन-कौन लोग मंच पर मौजूद रहेंगे.

गुजरात अधिकारियों के हाथ में मोदी की 'सुरक्षा'
फिलहाल यह तय हो चुका है कि मोदी के साथ बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह और कल्याण सिंह ही रैली को संबोधित करेंगे. रैली में नरेंद्र मोदी की सुरक्षा व्यवस्था गुजरात के अधिकारियों ने अपने हाथ में ले ली है. 14 अक्टूबर से दो सुरक्षा अधिकारी एन. एच. भट्ट और पी. आर. जडेजा रैली स्थल पर बराबर कैंप किए हुए हैं. 18 अक्टूबर को गुजरात के 11 शीर्ष आईपीएस अधिकारी भी कानपुर पहुंच रहे हैं. मोदी की रैली में सुरक्षा के मद्देनजर स्थानीय पुलिस प्रशासन भी कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता. कानपुर के पुलिस प्रशासन ने दिल्ली से सुरक्षा का ब्लूप्रिंट मंगाया है. मोदी की रैली के लिए मुख्यमंत्री की सुरक्षा से भी कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं.

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मोदी के खान-पान और आराम के विशेष इंतजाम
रैली के लिए कानपुर आने वाले मोदी का स्वागत भी एकदम गुजराती खानपान के साथ होगा. मोदी के आराम के लिए रैली स्थल पर मंच के पीछे स्विस कॉटेज बनाया गया है. रैली में आने वाला हर कोई बगैर मोदी को सुने और देखे न जाए इसके लिए भी व्यवस्थाएं की जा रही हैं. मैदान के इर्दगिर्द 40 एलसीडी स्क्रीन लगाई जाएगी और मंच के ठीक सामने 20 कैमरे लगेंगे.

रैली पर 'विवादों' का भी साया
मोदी की रैली पर विवादों का साया भी पड़ गया है. कानपुर के कल्याणपुर की रहने वाली दलित महिला सुनील कुमारी ने हाइकोर्ट में एक याचिका दायर करके मोदी की रैली के लिए दूसरे स्थल का आवंटन करने की मांग की है. सुनील कुमारी का आरोप है कि जिस स्थान को मोदी की रैली के लिए चुना गया है वह खेती की जमीन है और उसपर कई दलित खेती करते हैं.

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