गुजरात के मुख्यमंत्री और बीजेपी के पीएम कैंडिडेट नरेंद्र मोदी गुरुवार को गोरखपुर में बोले. सवाल उठता है कि ऐसा तो वह लगातार कर रहे हैं. पूरे देश में घूम-घूमकर अपना पक्ष, अपना विजन रख रहे हैं, तो नया क्या था.
नया था, कांग्रेस को किनारे कर मुलायम सिंह यादव और सपा की राज्य सरकार पर नरेंद्र मोदी का खुलकर हमला. इसके लिए संदर्भ मुहैया करवाया आज ही के दिन बनारस में हुई सपा की रैली ने. इसमें मुलायम सिंह यादव ने कहा कि मोदी के हाथ खून से सने हैं. उनका तर्क था कि केंद्र में सपा सांसद चुनकर भेजोगे, तो प्रदेश का विकास होगा. इस पर पलटवार करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा, 'आज नेता जी बोले. फिर तंज कसा, जहां-जहां मैं जाता हूं. बाप-बेटा पीछा करते हुए आ जाते हैं.' और इसके बाद मुलायम सिंह यादव के दावों की मोदी ने एक-एक कर धज्जियां उड़ाईं.
इसकी टाइमिंग और लोकेशन, दोनों ही महत्वपूर्ण हैं. सपा का सबसे मजबूत गढ़ माना जाता है पूर्वांचल. यहां उसका जातीय समीकरण भी खूब काम करता है. नब्बे के दशक में यहां बीजेपी का राज था. नरेंद्र मोदी उस खोई जमीन को इस लोकसभा चुनाव में वापस पाना चाहते हैं. इसीलिए कुछ दिनों पहले बनारस में हुई रैली के बाद अब बारी थी गोरखपुर की. यहां मुद्दे भी खेती किसानी से जुड़े रहे. और इसी क्रम में नेता की बखिया उधेड़ी गई.
मोदी ने सबसे पहले हाथ रखा यूपी की सबसे दुखती रग पर. और वह है बिजली कटौती. मोदी बोले, नेता जी कहते हैं कि मोदी को यूपी को गुजरात नहीं बनाने देंगे. फिर उन्होंने अपने सूबे में बिजली का हाल बताया और मुलायम सिंह पर तंज किया. कहा, आपकी हैसियत नहीं ऐसा करने की. बिजली के बाद मोदी बेरोजगारी और किसानी के मुद्दे पर आए. एक मास्टर के अंदाज में किसानों को तीन तरह से खेती करने की बात समझाई. इसी दौरान बेटी बचाने का संदेश भी संकेतों में दिया.
बिल्कुल स्थानीय मुद्दे की बात करें तो उन्होंने गोरखपुर के खाद कारखाने की बंदी का जिक्र किया. एक नया जुमला दिया, 'सबका मालिक एक'. यहां स सपा का, ब बसपा का और का कांग्रेस है. इन सबका मालिक एक. मगर ये मालिक कौन है, इसे मोदी ने जनता की व्याख्या के लिए छोड़ दिया.
अब तक नरेंद्र मोदी अपनी चुनावी रैलियों में केंद्र की यूपीए सरकार की नाकामी पर फोकस करते रहे हैं. मगर उत्तर प्रदेश की इस रैली में उन्होंने स्थानीय शासन की नाकामी का जिक्र किया. केंद्र पर शुरुआती भाषण में तंज किया, मगर वह परंपरागत टेक था. उन्होंने कहा कि चाय वाले का मजाक उड़ाकर कांग्रेस गरीबों का मजाक उड़ा रही है. देश उसे सबक सिखाएगा.
मोदी ने अपना चर्चित ट्रेन में मां-बेटे की मोबाइल पर बातचीत का किस्सा दोहराया. बार बार गुजरात का हवाला दिया. श्वेत क्रांति का जिक्र किया. और आखिर में भावुक अपील करते हुए कहा कि आपने अपने प्यार से मुझे जीत लिया. जाहिर है कि जीत की यह बात तभी मुकम्मल होगी, जब लोकसभा चुनावों में बीजेपी इस क्षेत्र से जीते. पार्टी को मोदी मैजिक पर भरोसा है और मोदी को अपनी विकास और व्यक्तित्व की रणनीति पर.