18 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी का दौरा करेंगे. इस दौरान वो कई योजनाओं का शिलान्यास करेंगे. लेकिन सबकी नजर आसमान पर टिकी हुई है. मोदी के पिछले वाराणसी दौरें रद्द कराने वाली बारिश एक बार फिर उनके दौरे के लिए खतरा बन गई है.
प्रधानमंत्री मोदी का पिछला वाराणसी दौरा भी बारिश के कारण रद्द हो गया था. बीएचयू के मौसम वैज्ञानिकों की माने तो 18 सितम्बर को बारिश की संभावना बन रही है ये बारिश थोड़ी भी हो सकती है और ज्यादा भी लिहाजा प्रशासन को सतर्क रहना चाहिए. मोदी अपने वाराणसी दौरे में पहले छावनी क्षेत्र स्थित मल्टी पर्पज मैदान जाएंगे और वहां रिक्शा वितरित करने के बाद डी एल डब्लू मैदान जायेंगे जहां कई योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे.
बारिश पहले भी बन चुकी है विलेन
इस मैदान से प्रधानमंत्री लगभग बीस हजार लोगों को संबोधित करेंगे.लेकिन बीएचयू के मौसम वैज्ञानिक प्राधानमंत्री के इस आगमन पर बारिश को बाधा मान रहा है .इनकी माने तो पूर्वी उत्तर प्रदेश में छिटपुट बारिश की संभावना तो है ही बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती हवा का दबाव लगातार बनने से तेज हवाओं के साथ बारिश की संभावना जताई जा रही है लिहाजा मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार यदि एक घंटे से ज्यादा बारिश हो गई तो व्यवस्था को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है.
इस बार भी बारिश....
भू भौतिकी विभाग बीएचयू के मौसम वैज्ञानिक सुरेन्द्र नाथ पाण्डेय ने कहा, 'चक्रवाती हवा का दबाव बंगाल की खाड़ी में बना हुआ है इसलिये संभावना ये भी जताई जा रही तेज हवा के साथ बारिश हो सकती है.' वाराणसी प्रशासन भी मौसम वैज्ञानिकों से संपर्क साधे हुए है और तैयारियों में सर्वप्रथम मंच को इस तरह का बनाया जा रहा है कि अगर बारिश होती भी है तो ऐसी स्थिति से निपटा जा सके.
हांलाकि प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम में आने वाली जनता के लिये अभी ऐसी कोई व्यवस्था दिखाई नहीं दे रही है. वाराणसी के जिलाधिकारी राजमणि यादव ने कहा, 'ग्राउंड में लगभग बीस हजार लोग बैठेंगे. मौसम विभाग से हमने जानकारी ली थी उन्होंने कहा कि बदल छाए रहेंगे कहीं कहीं हल्की बारिश हो सकती है. भारी बारिश नहीं बता रहे हैं. मंच पर बारिश से बचाव की व्यवस्था की गई है.