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मुस्लिम संगठनों ने मोहन भागवत की तस्वीर जलाई

उत्तर प्रदेश की राजधानी और केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के संसदीय क्षेत्र में शुक्रवार को जनहित संघर्ष मोर्चा के नेतृत्व में मुस्लिम संगठनों और कई अन्य समाजिक संगठनों ने शहर के विभिन्न इलाकों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत की तस्वीर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया.

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मोहन भागवत
मोहन भागवत

उत्तर प्रदेश की राजधानी और केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के संसदीय क्षेत्र लखनऊ में शुक्रवार को जनहित संघर्ष मोर्चा के नेतृत्व में मुस्लिम संगठनों और कई अन्य समाजिक संगठनों ने शहर के विभिन्न इलाकों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत की तस्वीर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया.

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भागवत के बयानों से आहत लोगों ने पूरे शहर में सरसंघ चालक के चित्र और पुतले जलाए. इन्होंने आरोप लगाया कि आरएसएस अल्पसंख्यकों के बीच आतंक फैलाकर भारत की धर्मनिरपेक्ष छवि को तोड़ने का मिशन चला रहा है और यह देश की अखंडता के लिए बहुत बड़ा खतरा है. विरोध प्रदर्शन में शामिल स्मार्ट पार्टी के अध्यक्ष शहजादे मंसूर अहमद ने कहा कि मोहन भागवत घूम-घूमकर भड़काऊ बयान देते फिर रहे हैं और केंद्र सरकार सब कुछ जानते हुए भी अनजान बनने की कोशिश कर रही है.

उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार विकास की बात कर और स्वच्छता अभियान का महज प्रचार कर हिंदू संगठनों की इन कारिस्तानियों से लोगों का ध्यान बंटा रही है. उन्होंने कहा कि भागवत कहते हैं कि हिंदू नौजवानों के बूढ़ा होने से पहले भारत हिंदू राष्ट्र घोषित हो जाएगा, मगर ऐसा कभी नहीं हो सकता. अगर ऐसा होना रहता तो सन् 1947 में ही हो गया रहता. मंसूर अहमद ने कहा कि ऐसे बयान देकर संघ प्रमुख लोगों को भड़काकर आपस में लड़वाना चाहते हैं और पुख्ता हिंदू वोटबैंक तैयार कर इसका फायदा भाजपा को उन राज्यों में दिलाना चाहते हैं, जहां-जहां अब चुनाव होना है, ताकि उनके लोग केंद्र से लेकर रह राज्य की सत्ता में रहें.

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सोशलिस्ट फ्रंट ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मोहम्मद आफाक ने कहा कि मोहन भागवत, योगी आदित्यनाथ, साध्वी निरंजन ज्योति, प्रज्ञा ठाकुर, प्रवीण तोगड़िया, अशोक सिंहल, वेंकैया नायडू, साक्षी महाराज और न जाने ऐसे ही कितने नेता भारत के बारे में कैसी सोच रखते हैं, यह जनता से छिपा नहीं है. उन्होंने कहा कि इनमें से कई जिम्मेदारी वाले पदों पर हैं, लेकिन संविधान की सरेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मूकदर्शक बने हुए हैं. संसद में बयान देने के लिए उनके पास शब्द ही नहीं हैं.

आफाक ने कहा कि 'विकास' के नाम पर वोट देने वाली जनता को यह नहीं मालूम था कि मोदी की सरकार बनते ही आरएसएस और दूसरे हिंदूवादी संगठनों के हौसले इतने बुलंद हो जाएंगे कि वे लव जिहाद, जबरन धर्म परिवर्तन कराकर देश का माहौल खराब करते रहेंगे, ताकि इस देश में अल्पसंख्यक हमेशा डरा हुआ रहे. उन्होंने कहा कि भाजपा ने देश की जनता के साथ 'छल' किया है.

- इनपुट IANS से

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