इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (SIMI) के सदस्य रहे डॉक्टर रसूल इलियास ने रविवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद से सियासत गर्मा गई है. डॉक्टर रसूल इलियास उमर खालिद के पिता हैं. योगी सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहसिन रजा ने इस मुलाकात को लेकर कहा कि अभी तक समाजवादी पार्टी के लोग आतंकियों के मुकदमे वापस लेते थे. अपराधियों के साथ सरकार चलाते थे. लेकिन अब ऐसा लगता है कि सरकार बनाने के लिए आतंकियों का साथ भी ले सकते हैं. जिस तरीके से अखिलेश यादव ने अपने पार्टी में बुलाकर उमर खालिद के पिता जो कि SIMI के सदस्य रहे हैं उनका महिमामंडन किया है. साफ है कि सरकार बनाने के लिए आतंकियों के समर्थन से भी समाजवादी पार्टी को गुरेज नहीं है.
उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी ने अब तो सारी हदें पार कर दी हैं. आतंकी संगठन के अध्यक्ष क़ासिम रसूल इलियास जोकि उमर ख़ालिद के पिता भी हैं को समाजवादी पार्टी में शामिल किया है और सम्मानित किया है. समाजवादी पार्टी ने साफ़ कर दिया है कि उसे सरकार बनाने के लिये अपराधी तो छोड़िये उनके दरवाज़े आतंकी के लिये भी खुले हैं. ऐसे लोगों को कौन सत्ता देगा. प्रदेश को ऐसे लोगों और ऐसी विचारधारा से देश को भी बचाना है और प्रदेश को भी. जिनकी आतंकी विचारधारा हो उनको साथ लेकर समाजवादी पार्टी सरकार बनाना चाहती है.
बता दें कि SIMI संगठन पर 2001 में भारत सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया था. इसे आतंकी संगठन करार दिया गया था. डॉ. इलियास राम जन्मभूमि मंदिर के खिलाफ केस भी लड़ चुके हैं. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद उन्होंने रिव्यू पिटीशन दाखिल करने का ऐलान किया था. वहीं डॉ. इलियास के बेटे उमर खालिद एक साल से जेल में बंद हैं उमर खालिद दिल्ली हिंसा को लेकर उमर खालिद पिछले 1 साल से जेल में बंद हैं. इससे पहले वे जेएनयू में कथित 'राष्ट्रविरोधी नारों' के मामलों में कन्हैया कुमार के साथ चर्चा में आए थे.