
काशीपुर फायरिंग मामले (Kashipur Firing Case) में फरार चल रहा एक लाख का इनामी खनन माफिया पुलिस गिरफ्त में आ गया है. मुरादाबाद की पखवाड़ा थाना पुलिस ने मुठभेड़ में जफर को पकड़ा है. जफर के पैर में गोली लगी है. इलाज के लिए उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उत्तराखंड के काशीपुर में जफर को गिरफ्तार करने गई मुरादाबाद पुलिस पर हमला किया गया था. इस दौरान एक महिला की गोली लगने से मौत हुई थी और कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए थे. शुरुआत में मुरादाबाद पुलिस ने जफर पर 50 हजार का इनाम घोषित कर रखा था. जिसे बढ़ाकर एक लाख रुपए कर दिया गया था.
यह है पूरा मामला
मुरादाबाद खनन इंस्पेक्टर और एसडीएम के साथ 13 सितंबर को बदसलूकी की घटना हुई थी. इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ी नाराजगी जताई थी. इसके बाद मुरादाबाद पुलिस ने खनन माफिया जफर और कई लोगों के साथ मुकदमा दर्ज किया था. मुकदमे में नामजद खनन माफिया जफर तभी से फरार चल रहा था.
12 अक्टूबर (बुधवार) की शाम को जफर की लोकेशन ठाकुरद्वारा तहसील में मिली तो स्थानीय पुलिस और एसओजी की टीम जफर को पकड़ने ठाकुरद्वारा पहुंच गई. खनन माफिया जफर वहां से उत्तराखंड की ओर निकल गया था. इसके बाद उसने काशीपुर ब्लॉक प्रमुख गुरताज सिंह के घर में शरण ले ली थी.
जब ठाकुरद्वारा पुलिस वहां पहुंची तो जफर को घर से बाहर निकालने के लिए कहा था. तभी वहां मौजूद लोगों ने मुरादाबाद पुलिस के साथ मारपीट की थी और बंधक बना कर पीटा था. पुलिसवालों के हथियार भी छीन लिए थे. मारपीट में 6 पुलिसकर्मी बुरी तरह घायल हो गए. इस दौरान गोलीबारी भी हुई थी.
गोली लगने से ब्लॉक प्रमुख गुरताज सिंह की पत्नी गुरप्रीत सिंह की मौत हो गई थी. उत्तराखंड के फोरेंसिक डायरेक्टर ने कहा था कि यूपी पुलिस के SHO की गोली से गुरप्रीत सिंह की मौत हुई. वहीं, मुरादाबाद पुलिस का कहना है कि हमारे हथियार छुड़ा लिए गए थे. काशीपुर पुलिस को उसी घर से हमारे हथियार मिले हैं. ऐसे में हमारी गोली से महिला की मौत कैसे हो सकती है.