scorecardresearch
 

अमेठीः आत्मदाह करने वाली महिला की बेटी बोली- पुलिस ने किया कैदी की तरह बर्ताव

गुड़िया ने आरोप लगाया कि लखनऊ के सिविल अस्पताल में पुलिस प्रशासन ने एक फोन तक नहीं करने दिया. गुड़िया ने कहा कि मुझे लगा कि अमेठी का पुलिस प्रशासन मिला हुआ है, लेकिन अब पता चला कि पूरी यूपी की पुलिस मिली हुई है.

Advertisement
X
गुड़िया ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
गुड़िया ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप

Advertisement

  • लखनऊ में आत्मदाह का प्रयास करने वाली महिला की मौत
  • पीड़ित महिला गुड़िया ने पुलिस व्यवस्था पर उठाए सवाल

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सीएस ऑफिस के सामने आत्मदाह का प्रयास करने वाली महिला का शव लेकर उसकी बेटी अमेठी स्थित अपने गांव पहुंची. इस दौरान महिला साफिया बानो की बेटी गुड़िया के सब्र का बांध टूट गया. गुड़िया ने न केवल लखनऊ बल्कि इलाके की पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाए.

गुड़िया ने कहा, 'मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात करना चाहती थी. पुलिस बोली कि आपकी मां का मेडिकल आपके संज्ञान में होगा. मेरा भाई दुबई से आया तो पुलिस ने उसके साथ बुरा बर्ताव किया.' गुड़िया ने कहा कि भाई के पेट में लेडी पुलिस ने पैर से मारा. पुलिस ने हमारे साथ बुरा बर्ताव किया. गुड़िया ने कहा कि मेरे भाई को पुलिस छेड़खानी के आरोप में फंसाना चाहती थी. लेडिज पुलिस तीन स्टार लगाकर गुंडागर्दी करोगी.

Advertisement

बहन बोली- अपहर्ताओं तक नहीं पहुंचे 30 लाख तो पुलिस खा गई होगी

गुड़िया ने आरोप लगाया कि लखनऊ के सिविल अस्पताल में पुलिस प्रशासन ने एक फोन तक नहीं करने दिया. गुड़िया ने कहा कि मुझे लगा कि अमेठी का पुलिस प्रशासन मिला हुआ है, लेकिन अब पता चला कि पूरी यूपी की पुलिस मिली हुई है. लखनऊ के सिविल अस्पताल में मुझे कैदी की तरह रखा गया.

गुड़िया ने कहा कि हम आपको 308 के क्रिमिनल दिखाई देते हैं. मैंने डीजी को बताया कि लोग हमें मार देंगे. क्या हम 308 के क्रिमिनल नजर आ रहे हैं. कहां हैं ख्याति गर्ग? हम 308 का मुजरिम दिखाई देते हैं. मैं अध्यापिका हूं, क्या मैं 308 की मुजरिम हो सकती हूं. किस राजनीतिक व्यक्ति के कहने पर यह केस किया गया था.

क्या है मामला

दरअसल, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के संसदीय क्षेत्र अमेठी में बीते 9 मई को नाली विवाद में साफिया बानो का झगड़ा पड़ोस के अर्जुन से हुआ. इसके बाद साफिया की बेटी और उसने पड़ोसी पर छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज कराया था. इसके बाद आरोपी पक्ष ने साफिया और गुड़िया पर तीन क्रॉस मुकदमा दर्ज करा दिया.

अपराधियों की कोई जाति, कोई धर्म नहीं होता... CM योगी के ऑफिस का ट्वीट

Advertisement

न्याय के लिए भटक रहीं ये दोनों मां बेटी आखिरकार हताश हुईं और अधिकारियों की अनदेखी के चलते लखनऊ पहुंचीं, और लोकभवन के सामने खुद के ऊपर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा ली. इसमें साफिया ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया.

NHRC ने यूपी सरकार से मांगा जवाब

वहीं राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC)ने यूपी के प्रमुख सचिव और डीजीपी को नोटिस जारी किया है. मानवाधिकार आयोग ने स्वतः संज्ञान लेते हुए यह नोटिस जारी किया है. इस मामले में मां-बेटी ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. प्रशासन की निष्क्रियता से परेशान होकार साफिया बानो ने 17 जुलाई को लोकभवन के सामने आत्मदाह की कोशिश की थी.

Advertisement
Advertisement