उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में मंगलवार सुबह खुले में शौच के लिए गए सात साल के बच्चे पर तेंदुए ने हमला कर दिया. बच्चे पर हमला होते देख उसकी मां आक्रामक हो गई. उसने अपने बच्चे को बचाने के लिए तेंदुए से लोहा ले लिया. उसके लड़ने और शोर मचाने पर तेंदुआ जंगल की ओर भाग गया.
कतर्नियाघाट संरक्षित वन क्षेत्र के निशानगाड़ा रेंज के आजमगढ़पुरवा कारीकोट गांव में सात साल का अरुण तड़के शौच के लिए गया था. मां चंपा देवी कुछ दूरी पर खड़ी थी. इसी दौरान बांस की झाड़ में पहले से बैठे तेंदुए ने बालक पर हमला कर दिया . तेंदुए के हमले को देखकर मां अपने बच्चे को बचाने के लिए खुद भी हमलावर हो गई. उसने पास पड़ी लकड़ी और ईंट से तेंदुए पर हमला बोल दिया.
लगभग 15 मिनट तक संघर्ष करने और उसकी चीख-पुकार सुनकर ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचकर मशाल जलाते हुए हांका लगाया ग्रामीणों को जुटते देख तेंदुआ बच्चे को छोड़कर जंगल में फरार हो गया. मासूम अरुण की पीठ, पेट और बांह पर तेंदुआ ने नोंचा है. सूचना पाकर रेंजर निशानगाड़ा गयादीन, फॉरेस्ट गार्ड रामसमुझ तिवारी पहुंचे.
अरुण को सुजौली के सीएचसी में भर्ती कराया. रेंजर ने बताया कि इलाज के लिए 1200 रुपये की सहायता दी गई है. लोगों को सतर्क रहने की भी हिदायत दी गई है. ग्रामीणों के मुताबिक, वह मादा तेंदुआ थी और अपने शावकों के साथ आई थी.
IANS से इनपुट