scorecardresearch
 

17 घंटे तक मुख्तार अंसारी के ठिकानों पर ED की रेड, 100 से अधिक बेनामी संपत्ति का चला पता!

बांदा जेल में बंद बाहुबली मुख्तार अंसारी के ठिकानों पर ईडी की रेड 17 घंटे तक चली. इस दौरान ईडी को ट्रांसपोर्ट व रियल एस्टेट के बिजनेस में फंड ट्रांसफर के कई अहम दस्तावेज मिले है. इस मामले में मुख्तार अंसारी के चचेरे भाई व साढू तन्नू अंसारी को सोमवार को तलब किया गया है.

Advertisement
X
मुख्तार अंसारी के भाई सांसद अफजाल अंसारी के सरकारी आवास पर छापेमारी (फोटो-PTI)
मुख्तार अंसारी के भाई सांसद अफजाल अंसारी के सरकारी आवास पर छापेमारी (फोटो-PTI)

बांदा जेल में बंद पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी और उनके करीबियों के ठिकानों पर हुई गुरुवार को छापेमारी देर रात तक चली. सांसद भाई अफजाल अंसारी के घर पर तो ईडी की टीम देर शाम वापस चली गई, लेकिन गाजीपुर में मुख्तार अंसारी से जुड़े लोगों के ठिकानों पर रात 11 बजे तक ईडी की टीमें जांच करती रही.

Advertisement

वहीं लखनऊ में मुख्तार अंसारी के करीबी रिश्तेदार के घर पर यह छापेमारी रात 12:00 बजे तक चली. सोमवार को ईडी ने फ्लैट के मालिक और करीबी रिश्तेदार को बयान के लिए तलब किया है. बताया जा रहा है कि छापेमारी के दौरान ईडी को बड़े पैमाने पर फंड ट्रांसफर के साथ-साथ 100 से अधिक बेनामी संपत्तियों के दस्तावेज मिले हैं.

ये भी पढ़ें: मुख्तार की मुकम्मल कहानी: दबंगई की धुन और गुंडों के साथ ने माफिया बना दिया

गुरुवार सुबह 6:00 बजे लखनऊ दिल्ली गाजीपुर में मुख्तार अंसारी और उसके करीबियों के 11 ठिकानों पर छापेमारी शुरू की. दिल्ली में मुख्तार अंसारी के सांसद भाई अफजाल अंसारी के सरकारी आवास पर ईडी की टीम पहुंची तो वहीं गाजीपुर में मुख्तार अंसारी के पुश्तैनी आवास पर, जहां अफजाल अंसारी मौजूद थे, वहां सुबह 6:00 बजे ही टीम पहुंच गई.

Advertisement

मुख्तार अंसारी के आवास के साथ-साथ गाजीपुर में उसके तीन करीबियों रियल एस्टेट कारोबारी विक्रम अग्रहरी, गणेश दत्त मिश्रा और बाबा बस सर्विस के मालिक मुस्ताक खान के ठिकानों पर भी ईडी की टीम ने छापेमारी शुरू की. लखनऊ में हजरतगंज इलाके में स्थित ग्रैंडियर अपार्टमेंट एक फ्लैट में ईडी की टीम ने छापेमारी शुरू की.

यह फ्लैट मुख्तार अंसारी के चचेरे भाई और साढू तन्नू अंसारी का बताया गया. कागजों में यह फ्लैट आबिद रजा के नाम पर दर्ज है. एक साथ 11 ठिकानों पर की गई छापेमारी में सबसे ज्यादा देर तक ईडी की टीमें लखनऊ और गाजीपुर में मुख्तार अंसारी के करीबियों के घरों पर रही. मुख्तार अंसारी के पैतृक आवास पर तो ईडी की टीम दिन ढलते ही निकल गई.

हालांकि, गाजीपुर में मुस्ताक खान और गणेश दत्त मिश्रा के घरो व दफ्तर पर टीम रात 10 बजे निकली. लखनऊ स्थित फ्लैट से टीम रात 12:00 बजे निकली. दिनभर की छापेमारी के बाद ईडी को बाबा ट्रेवल्स के मालिक मुस्ताक खान, रियल एस्टेट कारोबारी गणेश दत्त मिश्रा, विक्रम अग्रहरि व लखनऊ में तन्नू अंसारी के फ्लैट से तमाम महत्वपूर्ण दस्तावेज हाथ लगे हैं.

सूत्रों की माने तो दिनभर की छापेमारी में ईडी को मुख्तार अंसारी से जुड़ी 100 से अधिक बेनामी संपत्ति के दस्तावेज और जानकारियां हाथ लगी है. वहीं लखनऊ में शत्रु संपत्ति पर बिल्डरों के द्वारा मुख्तार अंसारी के नाम पर बनाए गए अपार्टमेंट भी ईडी की रडार पर आ गए हैं. लखनऊ के एक बड़े बिल्डर के ठिकानों पर भले ही ईडी की टीम ने छापेमारी ना की हो लेकिन गुरुवार को हुई छापेमारी में ईडी को मुख्तार अंसारी और उस नामी बिल्डर का कनेक्शन जरूर सामने आ गया है.

Advertisement

मिली जानकारी के अनुसार, जुलाई 2021 में ईडी की एफआईआर दर्ज होते ही लखनऊ के इस बिल्डर ने अपना कागजों दुरुस्तीकरण शुरू कर दिया था और अपने बिजनेस को भी समेटने में लग गया है. हाल ही में एक बड़ा इंवेस्टमेंट भी दुबई में इस बिल्डर के द्वारा किया गया है. ईडी को छापेमारी में फंड ट्रांसफर के भी कागजात हाथ लगे हैं. 

बेनामी संपत्तियों व शत्रु संपत्ति को किराए पर दिए जाने से मिली रकम का फंड ट्रांसपोर्ट और रियल एस्टेट कारोबारी तक कैसे पहुंचा? इससे जुड़े सबूत भी ईडी को हाथ लगे हैं. फिलहाल ईडी ने लखनऊ में देर रात तक छापेमारी के बाद मुख्तार के करीबी रिश्तेदार को बयान दर्ज कराने के लिए सोमवार को तलब किया है.

वही दूसरी ईडी की छापेमारी में सांसद अफजाल अंसारी ने साफ कहा कि 2022 का सफाया उन्हें बर्दाश्त नहीं हो रहा, 2024 में मेरी निगाह मछली की आंख पर है और पूर्वांचल में फिर एक बार सफाया होगा, 13 घंटे की तलाशी और जांच में कागज पत्र देकर जो हौसला और अरमान लेकर आए उसे पूरा किया लेकिन कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिला, मेरा हौसला ना कल पस्त था, ना आज पस्त है.

 

TOPICS:
Advertisement
Advertisement