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मुख्तार अंसारी को पंजाब की जेल से यूपी लाने की कवायद के बीच LMG (लाइट मशीन गन) कांड को लेकर चर्चा तेज है. इस बीच दावा किया गया कि यूपी एसटीएफ (STF) ने LMG खरीदने की बात करते हुए मुख्तार की आवाज को इंटरसेप्ट किया था.
इस मामले में STF ने POTA के तहत मामला भी दर्ज किया था. मुन्नर यादव और बाबूलाल पर केस दर्ज हुआ था. दोनों मुख्तार के करीबी थे. उस वक्त छापेमारी में एसटीएफ ने LMG और कारतूस बरामद किए थे. STF ने सर्विलांस के जरिए मुख्तार अंसारी और उसके करीबी के बीच कॉल को इंटरसेप्ट किया था.
यूपी पुलिस का रिटायर कॉन्स्टेबल मुन्नर यादव मुख्तार अंसारी का गनर था. वहीं बाबूलाल LMG चोरी करके भागने वाला सिपाही है, जो कश्मीर में तैनात था.
इस मसले पर यूपी के पूर्व डीजीपी बृजलाल का कहना है कि मुख्तार अंसारी उस दौर में कृष्णानंद राय को मारना चाहता था. मगर उसके सामने परेशानी ये थी कि कृष्णानंद की गाड़ी बुलेट प्रूफ थी. जिसे भेदने के लिए सिर्फ LMG ही सक्षम हथियार था. यही वजह थी कि मुख्तार एलएमजी खरीदना चाहता था.
दावा किया जा रहा है कि इसी LMG की खरीद फरोख्त से जुड़े आवाज को STF ने इंटरसेप्ट किया था. जिसमें मुख्तार और उसके करीबी बातचीत कर रहे हैं. इसके कुछ दस्तावेज सामने आए हैं. जिसके मुताबिक, कुछ इस प्रकार बात हुई थी.
इस बातचीत का ट्रांसक्रिप्ट कुछ इस तरह है.
मुख्तार अंसारी- इस लाइन में इतना देर नहीं किया जाता, अगर वो बिक जाएगा, दुश्मन के पास चला जाएगा, सोचो तुम्हारे भाई का क्या होगा?
मुख्तार का करीबी - दुश्मन के भाई के पास कैसे जाएगा? दुश्मन के भाई के पास जाने से हम रोक देंगे. वहां पर नहीं जाएगा.
मुख्तार अंसारी- नहीं... बात कर रहे हैं.
मुख्तार का करीबी- नहीं सही है.
मुख्तार अंसारी- जल्दी करो, कैसे भेंट होगी.
मुख्तार का करीबी- भेंट होगी, मुजाहिद की वजह से गड़बड़ हो गया.
मुख्तार अंसारी- जल्दी पैसा देकर लौट आया जाए.
मुख्तार का करीबी- ठीक है हम अभी तुंरत जाते है.