समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश की सपा सरकार के कामकाज के प्रति असंतुष्टि जाहिर करते हुए पार्टी के ‘बड़े नेताओं’ को खरी-खोटी सुनाई और उन्हें स्वहित के बजाय जनहित में काम करने की सख्त हिदायत दी.
सपा सूत्रों ने बताया कि पार्टी की राज्य कार्यकारिणी की बैठक में मुलायम सिंह यादव ने दल के नेताओं तथा मंत्रियों द्वारा कार्यकर्ताओं की कथित रूप से उपेक्षा किये जाने पर सख्त नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि पार्टी नेता तबादला-तैनाती कराने में व्यस्त होने के बजाय कारकुनों की शिकायतों और समस्याओं पर ध्यान दें, वरना कार्रवाई के लिये तैयार रहें.
सपा प्रमुख ने कहा कि उन्हें प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा पार्टी कार्यकर्ताओं की जनहित से जुड़ी समस्याओं पर ध्यान नहीं देने की अनेक शिकायतें मिल रही हैं. अफसर बेकाबू हो चुके हैं और मंत्री उन पर लगाम नहीं कस पा रहे हैं. यादव ने कहा कि सपा के कुछ बड़े नेता अपने हित साधने में लगे हुए हैं. उन्होंने कहा कि कौन क्या कर रहा है, उन्हें सब मालूम है.
सूत्रों ने बताया कि बैठक में मौजूद मुख्यमंत्री तथा सपा के प्रान्तीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हालात में सुधार के लिये कथित रूप से एक हफ्ते का समय मांगा है. इस बीच, सपा के राष्ट्रीय महासचिव राम आसरे कुशवाहा ने पार्टी प्रमुख की नाराजगी के बारे में कहा कि यादव उत्तर प्रदेश की जनता की समस्याओं तथा सूबे के विकास को लेकर फिक्रमंद रहते हैं और कहीं कोई गड़बड़ी या तकलीफ होने पर वह जरूर कहते हैं. उन्होंने कहा, ‘नेताजी (मुलायम) की जिम्मेदारी है कि जहां कहीं भी गड़बड़ हो तो उसे इंगित करें.’
सूत्रों के मुताबिक बैठक में सपा के मिशन-2014 की तैयारियों की भी समीक्षा की गयी. इस दौरान आगामी लोकसभा चुनाव में पार्टी को कामयाबी दिलाने के लिये विचार-मंथन हुआ. बैठक में पार्टी राज्य कार्यकारिणी के सभी सदस्यों तथा राष्ट्रीय नेतृत्व ने हिस्सा लिया.