भाई शिवपाल यादव के अलग मोर्चा बनाने के साथ ही मुलायम सिंह यादव ने एक बार अपने बेटे अखिलेश को सहारा दे दिया है. इस तरह उम्मीदों से उलट आखिरकार पिता ने बेटे को अकेला छोड़ने से इनकार कर दिया. दरअसल दिल्ली के जंतर-मंतर पर अरसे बाद मुलायम और अखिलेश, एक साथ एक मंच पर दिखाई दिए.
गौरतलब है कि मुलायम सिंह हाल के दिनों तक अखिलेश के सबसे आलोचक रहे हैं. वहीं अपने भाई शिवपाल के उनसे अलग होते ही वे उसी बेटे के साथ मजबूती से खड़े हो गए, लेकिन इसके बाद भी शिवपाल ने उनसे उम्मीदें नहीं छोड़ी हैं.
नेता जी का हमेशा सम्मान
मुलायम के अखिलेश के समर्थन में साथ खड़े होने को लेकर पूछे गए सवाल पर शिवपाल यादव ने कहा कि नेता जी का मुझे पूरा आशीर्वाद है और आगे भी रहेगा, हमने नेता जी को लगातार सम्मान दिया है और जो नहीं दे रहे हैं उन्हें भी सम्मान देना चाहिए.
आगे शिवपाल ने कहा कि हमने इसलिए समाजवादी सर्कुलर मोर्चा बनाया है कि जिन्हें समाज में सम्मान नहीं मिल रहा, जो उपेक्षित हैं. बहुत से गांधीवादी, लोहियावादी और चौधरी चरण सिंह को मानने वाले लोग हैं. उनको सम्मान मिले. सामान विचारधारा के जितने भी दल हैं, हमारा लगातार उनसे संपर्क बना हुआ है.
शिवपाल के मुताबिक, करीब 40 ऐसे दल हैं, जिनसे मेरा संपर्क हो चुका है. उन्होंने मुझे समर्थन दिया है. हम उनकी लड़ाई आगे बढ़ाएंगे उन्हें समाज में सम्मान दिलाएंगे. प्रदेश में परिवर्तन लाने की लड़ाई लड़ेंगे.
बता दें कि कुछ दिन पहले ही मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा था कि समाजवादियों को जीते जी सम्मान नहीं मिलता और मेरे साथ भी यही हो रहा है.