समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने बुधवार को उत्तर प्रदेश चुनाव के लिए अपनी पार्टी का चुनावी बिगुल गाजीपुर से फूंका. गाजीपुर जनसभा के दौरान मुलायम सिंह ने एक तरफ जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पाकिस्तान के खिलाफ किसी भी कार्रवाई के लिए अपनी पार्टी का समर्थन दिया तो वहीं दूसरी ओर नोटबंदी को लेकर प्रधानमंत्री मोदी पर वह जमकर बरसे.
लेकिन मुलायम सिंह यादव के भाषण के दौरान ऐसे भी कई मौके आए जब समाजवादी पार्टी के मुखिया के दिल का दर्द सामने आ गया. हाल के दिनों में अपने भाई शिवपाल यादव और अपने बेटे अखिलेश यादव के बीच के टकरार से मुलायम सिंह काफी दुखी दिखे और इस तकरार के लिए उन्होंने अपनी पार्टी के कुछ नेताओं को दोषी ठहरा. मुलायम सिंह यादव ने कहा कि पार्टी के अंदर ऐसे बहुत सारे लोग हैं जो पार्टी को कमजोर करना चाहते हैं. वह मेरे सामने कुछ कहते हैं और मेरे पीठ पीछे कुछ और कहते हैं. जो लोग पार्टी में रहकर कानाफूसी कर रहे हैं, ऐसे लोगों का हम पता लगाकर उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे.
बातों ही बातों में मुलायम सिंह ने माना कि शिवपाल यादव और अखिलेश यादव के बीच में तकरार की वजह से समाजवादी पार्टी को काफी नुकसान हुआ है. मुलायम इस बात से भी काफी दुखी नजर आए कि जिस समाजवादी पार्टी की उन्होंने नीव रखी और उसे मजबूत संगठन के रुप में खड़ा किया उस पार्टी में ऐसे भी कुछ लोग हैं जो पार्टी में रहकर उसे खोखला कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के अंदर जो झगड़ा चल रहा था उसको ठीक किया जाएगा और उसे सबक भी लिया जाएगा. मुझे इस बात का एहसास कभी नहीं था कि पार्टी के अंदर कुछ ऐसे लोग हैं जो पार्टी के विरुद्ध काम कर रहे हैं.
'शालीन भाषा का उपयोग करें युवा'
पार्टी में हाल के दिनों में देखी गई युवाओं की ओर से अपने नेताओं को खुश करने के लिए नारेबाजी और अनुशासनहीनता से भी मुलायम सिंह यादव काफी दुखी नजर आ रहे थे. पार्टी के युवा नेताओं से मुलायम सिंह यादव ने अपील किया कि आगे चलकर उन्हीं को पार्टी चलानी है और ऐसे में युवाओं को कड़ी मेहनत, इमानदारी और अनुशासन में रहकर काम करना चाहिए. मुलायम सिंह यादव ने कहा कि मैं हमेशा के लिए नहीं रहूंगा पार्टी चलाने के लिए. युवाओं को आगे चलकर पार्टी चलानी है. मैं युवाओं से कहना चाहूंगा कि वह शालीन भाषा और अनुशासन में रहकर पार्टी में काम करें. युवा अगर कड़ी मेहनत और ईमानदारी से काम करेंगे तो उन्हें जनता का साथ जरूर मिलेगा.
अन्य राज्यों में नहीं जाते नेता
समाजवादी पार्टी बनाने के बाद मुलायम ने कहा कि उनकी पार्टी केरला और कर्नाटका में पहले काफी मजबूत हुआ करती थी, मगर किसी भी समाजवादी पार्टी के नेता ने इन दोनों राज्यों में जाकर पार्टी को मजबूत करने की जरा भी कोशिश नहीं की, जिसकी वजह से ही इन दोनों राज्यों में आज समाजवादी पार्टी का कोई अस्तित्व नहीं है. मुलायम सिंह ने कहा कि समाजवादी पार्टी में अच्छे नेताओं की जरा भी कमी नहीं है. मुश्किल ये है कि मुझे छोड़कर कोई और नेता पार्टी को मजबूत और पार्टी का विस्तार करने के लिए अन्य राज्यों में नहीं जाता है.