लखनऊ में मुलायम सिंह यादव ने शनिवार को अयोध्या गोली कांड पर बड़ा बयान देते हुए कहा कि उस दौरान अगर 16 के बजाए 30 कारसेवकों की भी जान जाती तब भी वो उससे पीछे न हटते. मुलायम ने कहा कि उनको देश की एकता के लिए अयोध्या में कारसेवकों पर गोली चलवानी पड़ी थी. उन्होंने कहा कि अगर उस समय गोली नहीं चलती तो मुसलमानों का देश से विश्वास उठ जाता. इसके साथ ही मुलायम ने कहा कि उस वक्त इस मुद्दे पर सदन में भी उनकी जमकर आलोचना हुई थी, और उन्हें मानवता का हत्यारा कहा जाता था.
देश में लोग भूख से कर रहे हैं आत्महत्या
मुलायम ने उस काण्ड पर अफसोस जताते हुए कहा कि उनको इस गोली कांड पर बहुत अफसोस है और हमेशा रहेगा. मुलायम सिंह यादव ने खुद पर लिखी गई पुस्तक का विमोचन करने के लिए एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे. मुलायम सिंह यादव ने कहा कि देश के सामने बहुत गंभीर समस्या है, यहां पर गरीबी अमीरी की खाई है. उन्होंने कहा कि आजादी के समय गरीबी-अमीरी की खाई थी लेकिन आज उससे ज्यादा है. आज ये हालत है कि लोग भूख से मर रहे हैं और भूख के कारण लोग आत्महत्या कर रहे हैं. गरीबी अमीरी के कारण अमीर को सम्मान और गरीब को अपमान मिल रहा है.
यूपी में विकास पर भी जाहिर की चिंता
मुलायम ने यूपी पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि हिन्दुस्तान में पानी, सड़क, पत्थर और लकड़ी कहीं भी ज्यादा है तो वह सबसे ज्यादा यूपी में है. मुलायम ने कहा कि हमारे पास सब कुछ होने के बावजूद भी हम पीछे हैं. इसके लिए हमें सोचना पड़ेगा. हम इसलिये पीछे हैं क्योकिं हमारे यहां लोगों की इच्छाशक्ति नहीं है. मुलायम सिंह यादव के जीवन पर आधारित पुस्तक 'बढ़ते गए साहसिक कदम' का लोकार्पण करने के लिए मुलायम सिंह यादव लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में शिरकत करने पहुंचे, यह पुस्तक ललितकान्त पांडेय ने लिखी है.
विपक्ष का मुलायम पर हमला
बीजेपी नेता मनोज मिश्र ने कहा कि मुलायम ने जो कदम उस समय उठाए थे वो बेहद निंदनीय थी, लेकिन आज फिर उसे वो जीवित कर विधानसभा चुनाव में फायदा उठाना चाहते हैं. मुलायम में हमेशा से यूपी में तुष्टीकरण की राजनीति करते आए हैं. लोकसभा चुनाव के दौरान भी मुजफ्फरनगर के दंगे को तूल देने का काम किया, लेकिन अब यूपी की जनता इनकी चाल समझ गई है. वहीं कांग्रेस नेता अशोक सिंह ने कहा कि अयोध्या मामला अदालत में है और इस पर बयानबाजी गलत है, उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह यादव को यूपी में सियासी जमीन खिसकने का आभाष हो गया है, इसलिए वो फिर से हिंदू-मुस्लिम मुद्दे को उछाल रहे हैं. जबकि जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कहा कि मुलायम ने उस समय सही कदम उठाया था, लेकिन अब जो यूपी में हो रहा है वो बेहद खराब है. मुजफ्फरनगर और दादरी मुद्दे पर जिस तरह यूपी सरकार का रवैया रहा उससे अल्पसंख्यकों में असुरक्षा की भावना पैदा हुई.