शिवपाल यादव ने 2 अक्टूबर को मुलायम सिंह को लेकर एक बाया बड़ा बयान दिया था. उन्होंने सार्वजनिक रूप से कहा था कि जिस देश में महात्मा गांधी की हत्या हो सकती है तो फिर नेता जी की जान को भी खतरा हो सकता है.
अपने इस बयान पर सफाई देते हुए बुधवार को शिवपाल यादव ने मैनपुरी में कहा कि मुलायम सिंह की जान को खतरा वाली बात को बढ़ा-चढ़ा कर पेश किया गया. हालांकि, इस दौरान भी उन्होंने अपनी बात दोहराई और कहा, '2 अक्टूबर को उन्होंने कहा था कि जिस देश में गांधीजी हत्या हो सकती है, वहां कुछ भी हो सकता है. ऐसे कुछ लोग होते हैं. नेताजी की जान को भी खतरा हो सकता है.'
शिवपाल यादव के इस बयान के बड़े सियासी मायने निकाले जा रहे हैं कि आखिर नेता जी के जीवन पर खतरे की बात किसे टारगेट कर कहीं गई है. इसे लेकर चर्चाएं भी हैं और आलोचना भी. यही वजह है कि मैनपुरी में शिवपाल यादव ने इस पर सफाई देने की कोशिश की. हालांकि, नेताजी की जान को खतरा कह कर शिवपाल यादव ने पुरानी पार्टी के भीतर बवंडर खड़ा कर दिया है.
जरूरत पड़ने पर सपा को समर्थन देंगे या नहीं, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि जब ऐसा समय आएगा, तब उस पर विचार करेंगे. नेता जी के अखिलेश को आशीर्वाद देने के सवाल पर बोले कि नेता जी का आशीर्वाद मेरे साथ है और रहेगा. शिवपाल यादव ने ऐलान किया कि सेक्यूलर मोर्चा के समर्थन के बिना 2019 मे किसी की सरकार नहीं बनेगी.