उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की आहट के बीच सत्ताधारी सपा ने दलित कार्ड खेला है. पार्टी अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने सोमवार को वादा किया है कि वह 17 अति पिछड़ा वर्ग की जातियों को दलित का दर्जा देंगे.
मुलायम ने कहा, 'इन 17 जातियों की अनदेखी की जाती रही है. हमने इनकी आवाज उठाई. इनकी पहले कोई पहचान नहीं थी. मैंने छोटी जाति के लोगों को बड़ा पद दिया, इससे लोगों को परेशानी हो रही है. ओबीसी जातियों की तादाद 54 फीसदी है और 8 फीसदी वाले राज कर रहे हैं. मैंने कई को नेता बनाया. पिछड़ी जाति की लड़ाई सिर्फ यादव लड़ेगा. लोहिया का सपना साकार हुआ और हमने ओबीसी जाति को एमएलए, एमएलसी, मंत्री और सांसद बनाया. जो जनता से वादा किया वो पूरा किया है.'
'सीएम से बात कर प्रस्ताव पास करवा देंगे'
सपा प्रमुख ने अति पिछड़ा वर्ग के लोगों को संबोधित करते हुए कहा, 'अगर आज लोहिया होते तो आशीर्वाद देते कि जो वो चाहते थे वो हम कर रहे हैं. आप जो चाहते हैं उसका प्रस्ताव दे देना. सीएम से काम करवा कर प्रस्ताव पास करवा देंगे. मेरी सरकार आपने बनवाई थी, लेकिन लोकसभा में बहक गए थे. अब दिल्ली पर कब्जा करना है.'
'मायावती का नाम लेने में लगता है बुरा'
बसपा प्रमुख मायावती पर निशाना साधते हुए मुलायम सिंह यादव ने कहा कि दलित की बेटी उल्टा काम करती है. उन्होंने कहा, 'वह बड़े लोगों और पैसे वालों का काम करती है. कांग्रेस ने उसकी बात मान ली, इसलिए बीजेपी आ गई. हम ओबीसी को दलित का दर्जा दिलाएंगे तभी आपका भला होगा. अब हम मोदी सरकार से बात करेंगे, अगर हमारी बात मान ली तो ठीक, वर्ना वो भी जाएंगे.'
मुलायम ने कहा कि उन्होंने जिस ओबीसी को भी नौकरी दी, मायावती ने उसे निकलवाने का काम किया. उन्होंने आगे कहा, 'मैं उसका नाम भी नहीं लेना चाहता. मुझे उसका नाम लेने में भी बुरा लगता है.'