राम मनोहर लोहिया की पुण्यतिथि के मौके पर नेताजी मुलायम सिंह यादव के परिवार की कलह एक बार फिर जगजाहिर हो गई. एक ही कार्यक्रम को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सरकारी बताया तो वहीं पार्टी के वरिष्ठ नेता और उनके चाचा शिवपाल सिंह यादव ने पार्टी का. एक ही कार्यक्रम में सभी ने शिरकत की लेकिन इसका ख्याल सभी ने रखा कि किसी का आमना सामना न हो.
लखनऊ के लोहिया पार्क में अखिलेश यादव ठीक 10 बजे पंहुचे लोहिया जी की मूर्ति पर माल्यार्पण किया और निकल गए जबकि उसी वक्त पंहुचे शिवपाल यादव मंच की बजाय सीधे वीआईपी कमरे में चले गए ताकि अखिलेश से आमना-सामना न हो.
पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह के इंतजार में दो मंत्री एक घंटे तक मंच पर इंतजार करते रहे जबकि शिवपाल भी मंच से बचते रहे. इंतजार इस बात का भी हुआ कि इस वाकये पर नेताजी कब मंच पर आकर कुछ कहेंगे.