उत्तर प्रदेश में चुनाव के पहले मुसलमानों को रिझाने की तमाम कोशिशे जारी हैं. इसी कोशिश में कांग्रेस नेता अब नोटबंदी को एक धर्म विशेष से भी जोड़ रहे हैं. लखनऊ में कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने नोटबंदी को मुसलमानों से जोड़ दिया है.
कपिल सिब्बल ने कहा इस नोटबंदी से सबसे ज्यादा अगर कोई परेशान है तो वो मुसलमान हैं. क्योंकि ज्यादातर मुसलमान बैंक अकाउंट नहीं रखते. कपिल सिब्बल के मुताबिक मुसलमान सूद नहीं खाते इसलिए वो बैंकों मे अपने अकाउंट नहीं रखते. सिब्बल के अनुसार छोटा व्यापारी हो या बड़ा वो ज्यादातर धंधा कैश में करते हैं. क्योंकि वो सूद नहीं खाते इसलिए बैंक अकाउंट भी नहीं रखते. सिब्बल ने कहा कि वो चांदनी चौक इलाके से आते हैं और उनसे बड़ी तादात मे मुसलमान जुड़े रहे हैं इसलिए उन्हें ये बात मालूम है.
नोटबंदी से आतंक का खत्म नहीं होगा
कपिल सिब्बल शनिवार को लखनऊ में कांग्रेस दफ्तक में कांग्रेस के अल्पसंख्यक विभाग की बैठक को संबोधित कर रहे थे. जहां उन्होंने कहा कि इस नोटबंदी का सबसे ज्यादा असर मुसलमानों पर पड़ रहा है. सिब्बल ने
कहा कि नोटबंदी से आंतक का खात्मा भी नहीं होगा क्योंकि आतंक का पैसे से कोई रिश्ता नहीं होता. आतंकी दिलों में नफरत लेकर आंतकी बनते हैं वो पैसे के लिए आंतकी नहीं बनते. कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने अपने
इस विचार के समर्थन में उन पश्चिमी देशों का जिक्र किया जहां आतंकी हमले हो रहे हैं या लोग आतंकवादी बन रहे हैं.
सिब्बल के मुताबिक कोई आंतकी तब बनता है जब वो किसी खास मकसद को लेकर किसी के खिलाफ नफरत की हद तक पहुंच जाता है. इसलिए नोटबंदी से ना तो आतंकवाद खत्म होगा और ना ही गरीबों को फायदा होगा. उल्टे ये विनाश की ओर ले जा रहा है.
ये पहला मौका है जब किसी बड़े नेता ने पीएम मोदी के नोटबंदी के फैसले को किसी खास वर्ग विशेष के लोगों से जोड़ा है.