scorecardresearch
 

UP पंचायत: BJP के खिलाफ नरेश टिकैत का दांव, संजीव बालियान के भाई सतेंद्र बालियान को बनाया विपक्ष का कैंडिडेट

मुजफ्फरनगर जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में भारतीय किसान यूनियन के प्रमुख नरेश टिकैत के सियासी दांव ने बीजेपी के सामने नई मुसीबत खड़ी कर दी है. जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में बीजेपी के खिलाफ विपक्ष ने केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान के भाई सतेंद्र बालियान को संयुक्त प्रत्याशी बनाया है. जिला पंचायत की कुर्सी के लिए नरेश टिकैत ने जाट और मुस्लिम के बीच ढाई-ढाई साल फॉर्मूला भी तय कर दिया है.

Advertisement
X
केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान
केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान
स्टोरी हाइलाइट्स
  • मुजफ्फरनगर जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव हुआ रोचक
  • सतेंद्र बालियान को नरेश टिकैत का समर्थन हासिल
  • जिले में जाट-मुस्लिम फॉर्मूला बनाने की रणनीति

पंचायत चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने सबसे बेहतर प्रदर्शन पश्चिम यूपी के मुजफ्फरनगर जिले में किया है. इसके बाद से ही उसके जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर काबिज होने की कयास लगाए जा रहे थे. लेकिन भारतीय किसान यूनियन के प्रमुख नरेश टिकैत के सियासी दांव ने बीजेपी के सामने नई मुसीबत खड़ी कर दी है. जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में बीजेपी के खिलाफ विपक्ष ने केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान के भाई सतेंद्र बालियान को संयुक्त प्रत्याशी बनाया है. जिला पंचायत की कुर्सी के लिए नरेश टिकैत ने जाट और मुस्लिम के बीच ढाई-ढाई साल फॉर्मूला भी तय कर दिया है, जो दोनों समुदाय को एक बार फिर से करीब लाने की रणनीति मानी जा रही है. 

Advertisement

संजीव बालियान के लिए बड़ी चुनौती

मुजफ्फरनगर जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में बीजेपी ने पहले से ही डॉ. वीरपाल निर्वाल को कैंडिडेट घोषित कर रखा है. निर्वाल को जिला पंचायत जिताने की जिम्मेदारी बीजेपी के वरिष्ठ नेता और मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान के कंधों पर है. ऐसे में नरेश टिकैत ने संजीव बालियान के ताऊ के लड़के सतेंद्र बालियान को सिसौली में भारतीय किसान यूनियन की सदस्यता दिलाते हुए विपक्ष का संयुक्त प्रत्याशी बनाने का ऐलान कर दिया. माना जा रहा है कि टिकैत के इस दांव से संजीव बालियान को बीजेपी को जिताने के लिए सियासी समीकरण बैठाने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ेगी. 

टिकैत ने संतेंद्र बालियान को उतारा

सतेंद्र बालियान मुजफ्फरनगर वार्ड 18 से जिला पंचायत सदस्य चुनकर आए हैं, लेकिन बीजेपी से वीरपाल निर्वाल के उतरने के बाद उन्होंने भी अपनी ताल ठोक दी है. सिसौली गांव में मंगलवार को सर्वसमाज की एक पंचायत बुलाई गई. पंचायत में भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत की मौजूदगी में सतेंद्र बालियान को जिला पंचायत अध्यक्ष का प्रत्याशी घोषित किया गया है, जहां जिला पंचायत के 21 सदस्यों ने अपने हाथ उठाकर समर्थन देने का भरोसा जताया. 

Advertisement

सर्वसमाज के साथ लिया गया फैसला-टिकैत

भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि सर्वसमाज के साथ-साथ सभी विपक्षी पार्टियों और निर्दलीय जीतकर आए सदस्यों के साथ बैठक कर सतेंद्र बालियान को प्रत्याशी बनाया गया है. इसमें भीम आर्मी सहित और दूसरी पार्टियों से जीतकर आए सदस्यों का पूरा ख्याल रखा जाएगा और जिले के बेहतर विकास के लिए कदम उठाया गया है. इससे बीजेपी को मुजफ्फरनगर में करारा झटका लगेगा. उन्होंने कहा कि पश्चिम यूपी में बीजेपी पूरी तरह से साफ हो जाएगी और 2022 के चुनाव में भी जनता बीजेपी को हठधर्मी का सबक सिखाएगी. 

वहीं, सतेंद्र बालियान ने बताया कि जिला पंचायत सदस्य के चुनाव लड़ने के दौरान ही तय कर लिया था कि हम जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव लड़ेंगे. संजीव बालियान अपनी राजनीति करें और हम अपनी सियासत करेंगे. हमें जिले के किसान और सर्वसमाज ने कैंडिडेट बनाया है, जिनकी उम्मीदों को पूरा करना हमारा कर्तव्य है. उन्हें अपने राजनीतिक कर्तव्य का निर्वाहन करना चाहिए और हम अपना धर्म निभाएंगे. 

जाट और मुस्लिम के बीच ढाई-ढाई साल फॉर्मूला 
सिसौली की पंचायत में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि मौजूदा समय में सतेंद्र बालियान जिला पंचायत अध्यक्ष पद के प्रत्याशी होंगे, जो विजयी होने पर ढाई वर्ष तक जिला पंचायत अध्यक्ष रहेंगे. इसके बाद अगले ढाई साल बाद सईदुज्जमा की पत्नी तहसीन बानो को जिला पंचायत अध्यक्ष बनाया जाएगा. तहसीन बानो आजाद समाज पार्टी के समर्थन से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीतकर आई हैं. एक तरह से मुजफ्फरनगर में एक बार फिर से जाट और मुस्लिम समुदाय को एक साथ लाने की कवायद नरेश टिकैत ने की है. 

Advertisement

सतेंद्र बालियान ने कहा कि किसान मसीहा चौधरी नरेश टिकैत साहब का आदेश मेरे लिए पत्थर की लकीर है. ढाई वर्ष बाद मैं खुद ही अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दूंगा, जिसके बाद तहसीन बानो को मौका दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि यह पंचायत का आदेश है, जिसे मानना मेरा फर्ज है. इससे मुजफ्फरनगर में हमारे सामाजिक रिश्ते फिर से मजबूत होंगे और उन्हें भी जिला पंचायत का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिलेगा. 

मुजफ्फरनगर जिला पंचायत चुनाव में कुल 43 में से बीजेपी सबसे ज्यादा 13 सीटें जीतकर आई, जिसे पंचायत अध्यक्ष की सीट जीतने के लिए 9 सदस्यों के समर्थन जरूरत थी. ऐसे में बीजेपी निर्दलीय सदस्यों को साधने में जुटी हुई थी, लेकिन नरेश टिकैत की अगुवाई में विपक्ष ने संजीव बालियान के भाई सतेंद्र बालियान को कैंडिडेट बनाकर बीजेपी की राह में मुश्किल खड़ी कर दी है. 

 

Advertisement
Advertisement